
भास्कर ब्यूरो
तरयासुजान,कुशीनगर। स्थानीय थाना अंतर्गत तिनफेडिया चौकी के आठ पुलिसकर्मियों को एसपी द्वारा लापरवाही बरतने पर बेशक लाइन हाजिर कर दिया गया पर इसके मूल में सच्चाई कुछ और है। जितने दोषी पुलिसकर्मी हैं उससे भी ज्यादा शराब भट्ठी का मुनीब हैं।
शिथिलता बरतने में चौकी प्रभारी, एसआई समेत आठ पुलिसकर्मी लाईन हाजिर
उल्लेखनीय है कि इस भट्ठी पर अक्सर बिहारियों का जमावड़ा लगा रहता है और लेनदेन को लेकर अक्सर विवाद होता रहता है। सूत्रों पर विश्वास करें तो 14 मार्च को तिनफेडिया बाजार में हुए गोली कांड के ठीक तीन दिन पहले मुनीब और कुछ अज्ञात लोगों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 50 हजार के किसी मामले में बात ने तूल पकड़ लिया था। दोनों ही तरफ से देख लेने की धमकी देते लोगों ने सुना था।
इस घटना के तीसरे दिन 14 मार्च की रात
बिहार के दो बदमाशों ने रेलवे स्टेशन के समीप अंग्रेजी शराब भट्ठी के मुनीब राजनरायण पुत्र खजांची गुप्ता के जांघ में गोली मार दी थी। पर मुनीब ने अपने जान के डर से यह बात छुपा लिया कि 50 हजार के लेनदेन को लेकर बिहार के कुछ लोगों से तीखा विवाद हुआ था। चौकी के एक पुलिसकर्मी ने नाम न प्रकाशित करने के शर्त पर पूरा वृतांत खोलकर रख दिया।
50 हजार के लेन-देन के विवाद को मुनीम का पचाना पड़ा पुलिस पर भारी
हालांकि एएसपी रितेश कुमार सिंह ने 24 घंटे के अंदर मामले के पटाक्षेप का भरोसा भी दिलाया था। लाज बचाने के उद्देश्य से एसएसआई तरयासुजान राजप्रकाश सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने बिहार के जलालपुर गांव में अपराधियों के घर पर छापा भी मारा था। जहां पुलिस फोर्स को खूब फजीहत झेलना पड़ा था।
विरोध झेलना पड़ा जान बचाकर भागी पुलिस बल के जवान उसके बाद दुबारा हिम्मत नहीं जुटा सके। होली के रंग में मामले को सिमटता देख चौकी पुलिस के जवान भी किसी तरह टाइम पास करना चाहते थे। अंततः एसपी सचिन्दर पटेल ने चौकी इंचार्ज तिनफेडिया चतुर्भुज पाण्डेय सहित आठ पुलिसकर्मी उ नि भरत कुमार सिंह,हेकां दीनानाथ राम,हेकां लक्ष्मण सिंह,हेकां वीरेन्द्र कुमार,कां आलोक,कां शैलेश यादव,कां दिनेश यादव को पुलिस लाइन आमद करा लिया।