गुरुवार को फिर पाचवें दिन दो बाईकों के आपस मे टकराने से बाईक सवार महिला सहित तीन घायल हो गए। रामनारायण पुत्र छोटेलाल निवासी पसगवां 50 वर्ष अपनी बहन बिट्टीदेवी पत्नी रामनरेश निवासी लिधियाई 60 वर्ष के साथ बाईक से मैंगलगंज आ रहा था तभी लड़ैती देवी पैट्रोल पम्प के पास सड़क पार करते समय सीतापुर की तरफ से आ रही बाईक जिस पर सवार प्रियांशु पुत्र राम अवतार 25 वर्ष थाना खैराबाद जिला सीतापुर से टक्कर हो गई और तीनों बाईक सवार घायल हो गए। सूचना पर पहुँची पुलिस ने तीनों घायलों को इलाज के लिए महोली भेजा। एक घायल राम नारायण की हालत चिंताजनक बनी हुई थी। जिसकी लखनऊ में इलाज के दौरान म्रत्यु हो गई।
मैंगलगंज बाईपास बना डेंजर जोन
3 नवम्बर को फरिया पिपरिया निवासी एक युवक की सड़क हादसे में मौत, 4 नवम्बर को दो लोगो की मौत ,ट्राला और टैक्टर की टक्कर से ट्राला चालक और हेल्पर की मौत ,6 नवम्बर को बाईक और कार की टक्कर में एक विवाह समारोह में शामिल होने आए महिला और पुरुष की मौत, 7 नवम्बर को आपस मे बाईक टकराने से तीन घायल हुए थे जिसमें एक की 8 नवम्बर को मौत हो गई।
लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं से जिम्मेदार नहीं ले रहे सबक
क्षेत्रवासियों का कहना है कि लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं से सबक क्यो नही लेते जिम्मेदार और हम सब की जिंदगी कितनी अनमोल है यह जानकर भी बार बार गलतियां करते जा रहे हैं। चालको के साथ-साथ सड़को की देखरेख वाली एजेंसियों की जिम्मेदारी क्या है? केवल चालको को दोष देना गलत होगा। सड़को की देखरेख करने वाली एजेंसियों की लापरवाही के चलते हादसे होते रहते हैं। बाईपास पर जगह जगह कट लगना भी नेशनल हाईवे पर लापरवाही नही तो और क्या है। मैंगलगंज से निकले बाईपास पर कोई अवरोधक नही बनाया गया बल्कि डिवाइडर पर कट लगाकर हादसों को निमंत्रण दिया गया है जबकि यहा अवरोधक की भारी जरूरत है।