लखीमपुर । खीरी में बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं को विकसित करने के उद्देश्य से मंगलवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कलेक्ट्रेट में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की प्रगति की समीक्षा की, संबंधित को जरूरी निर्देश दिए। निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की सुस्त गति पर कड़ी नाराजगी जताई, हर हाल में इनका निर्माण तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि मैं मेडिकल कॉलेज का दौरा कर उसकी प्रगति देखूंगा और अगर अपेक्षा के अनुरूप प्रगति नहीं रही तो कार्यदायी संस्था पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करुंगा। संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर अनिवार्य रूप से जहां पर काम हो रहा है वहीं रहें, लखनऊ में नहीं। समीक्षा बैठकों में जो तय होता है, कार्यदाई संस्था उसकी नियमित समीक्षा करें। अगर कार्य में अपेक्षित प्रगति नहीं है तो कार्यदायी संस्था को नोटिस भेजा जाएगा। फिर भी काम तेजी से नहीं होता है कार्यदायी संस्था के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
सुस्त गति से चल रहे काम पर डीएम ने एक्शन लेने की दी चेतावनी
डीएम ने कहा कि प्रोजेक्ट मैनेजर साइट पर रहें। मैन पावर की अतिरिक्त व्यवस्था तत्काल करते हुए काम में तेजी लाए। कहीं कोई समस्या आ रही हो तो उन्हें तत्काल जानकारी दें। परियोजना की साप्ताहिक प्रगति से भी अवगत कराया जाए। यह व्यापक जनहित की परियोजना हैं, इसमें देरी स्वीकार्य नहीं है। इसे मिशन मोड में लिया जाए। निर्माण कार्य की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने निर्माणाधीन संस्था को निर्देशित करते हुए कहा कि कार्यों को टाइमलाइन के अनुसार पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कार्य में किसी भी प्रकार की समस्या आए तो तत्काल अवगत कराएं।
बैठक में प्रोजेक्ट मैनेजर ने अवगत कराया कि मेडिकल कालेज निर्माण के लिए आ रही सामग्री दिन में नो एंट्री के चलते साइट पर पहुंचने में समस्या आ रही है। डीएम ने निर्देश दिए कि निर्माण सामग्री रात्रि में साइट पर पहुंचाएं। यथा आवश्यक दिन में निर्माण सामग्री के परिवहन हेतु पुलिस महकमे से समन्वय कर संबंधित वाहनों का पास निर्गत कराए। बैठक में राजकीय मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ शैलेश गोयल, सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता, सीएमएस डॉ हर्षवर्धन, डॉ ज्योति मेहरोत्रा, डीएसटीओ अरविंद कुमार, ईई पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड-एक लखनऊ अशोक कुमार, एक्शईएन अनिल जाटव, प्रोजेक्ट मैनेजर, एनकेजी इंफ्रा कैलाश जोशी, डीके शर्मा, पवन पांडेय, पीएमसी अनुरुद्ध मौर्या, राहुल कुमार, एडीआईओ नरेंद्र कुमार सहित निर्माण संस्था से जुड़े प्रतिनिधि मौजूद रहे।