लखीमपुर: साठा धान पर प्रतिबंध के विरोध मे किसानों ने डीएम को दिया ज्ञापन

लखीमपुर। जिले में साठा धान लगाए जाने पर प्रतिवंध को लेकर किसान है। सोमवार को भाकियू अमन संधू ने लखीमपुर पहुंच डीएम को सम्बोधित ज्ञापन उनके ऑफिस में देकर विरोध दर्ज कराया। भाकियू ने ज्ञापन में कहा है कि 12 मार्च को जारी आदेश में कहा गया है कि जिले में ग्रीष्मकालीन धान का उत्पादन न करने के लिए किसानों को समझाया जाये और अगले आदेश तक ग्रीष्मकालन धान पर प्रतिबन्ध लगाया गया है।

इस सन्दर्भ में किसानों का कहना है कि जिले के किसान इस आदेश से आन्दोलित है। यह आदेश किसानों के आर्थिक हितों पर सीधे तौर पर आघात है। जिस पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर उपरोक्त आदेश निरस्त किया जाए। किसान कहते हैं कि बजाज चीनी मिल की जिले में स्थापित तीनों मिलों का गन्ना भुगतान नहीं हो रहा है। इसलिए गन्ने का उत्पादन करना किसानों के हित में नहीं है। मजबूरी में वह ग्रीष्मकालीन धान फसल बोता है। इस पर प्रतिबन्ध किसानों के साथ अन्याय है।

लखीमपुर जिला तराई क्षेत्र में आता है, साथ ही जिले में लगभग दस नदियाँ हैं और नहरों का जाल भी है। इसलिए भूगर्भ जल का खतरानाक स्तर तक गिरना सम्भव नहीं लगता। साथ ही जिला प्रतिवर्ष बाढ़ का प्रकोप अलग से किसान झेलता है। बरसात में पैदा होने वाली अधिकांश धान की फसल नष्ट हो जाती है।पूर्व में कृषि विभाग द्वारा आदेश जारी किया गया था कि जिले में साठा धान का नकली बीज नहीं बेंचा जायेगा। किसानों ने महंगा बीज लेकर धान की बेड़ बोयी है।

सैकड़ो हैक्टेअर कृषि भूमि में धान लगाया जा चुका है। सैकड़ो हैक्टेअर भूमि पर धान बोने के लिए बेड़ तैयार है। ऐसी परिस्थिति में साठा धान पर प्रतिबन्ध कतई किसानों के हित में नहीं है। उत्तराखण्ड सरकार ने पहले राज्य में साठा धान को प्रतिबन्धित किया बाद में किसानों के हित में उस प्रतिबन्ध को तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया है।

मांग की गई है कि सहानुभूतिपूर्वक विचार कर साठा धान पर प्रतिबन्ध के आदेश को वापस लिया जाए। यदि जिले में साठा धान को प्रतिबन्धित करना आवश्यक ही है तो किसान संगठनों और किसानों से विचार विमर्श कर समय से निर्णय लेना उचित रहेगा। यह निर्णय यदि दिसम्बर माह में लिया होता, तो किसान साठा धान की पूर्व तैयारी नहीं करता। किसानों का अत्यधिक धन बेड़ और खेत की तैयारी में लग चुका है। अब यह कतई उचित नहीं है कि साठा धान पर प्रतिबन्ध लगाया जाए। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमनदीप सिंह संधू का कहना है कि प्रशासन की तरफ से उन्हें आश्वासन दिया गया है कि जब किसान साठा धान लगा चुके हैं उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।

इस मौके पर अमनदीप सिंह संधू, जिला अध्यक्ष हरदेव सिंह सैनी, जिला प्रभारी सर्वजीत सिंह सैनी, प्रदेश प्रवक्ता कमल किशोर वर्मा, जिला प्रवक्ता मुरारी यादव, जिला मंत्री जगतार सिंह, बापू गुरदीप सिंह, युवा जिला उपाध्यक्ष संदीप सिंह, नरेंद्र सिंह गिल, कुलदीप सिंह, रणजीत सिंह ,मलकीत सिंह प्रधान, राजपाल सिंह, मनप्रीत सिंह, जितेंद्र पटेल, राजीव पटेल, उत्तम यादव, रामकुमार वर्मा, सतनाम सिंह, आदि सैकड़ो किसान मौजूद थे।

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