लखीमपुर खीरी। बिजुआ विकासखंड बिजुआ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जुड़े उप स्वास्थ्य केंद्र सहसपुर में जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण सांपों ने बसेरा बना लिया है। जहां पर उपकेंद्र के अंदर दिन में भी सांप टहलते रहते हैं। ग्रामीणों ने बताया यह उपकेंद्र केवल कागजों पर ही संचालित है असलियत में बनने के बाद से आज तक इस उप स्वास्थ्य केंद्र में साफ-सफाई व रंग रोगन नहीं कराया गया। जिस कारण आज यह उप स्वास्थ्य केंद्र धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील होने लगा है।
विकासखंड बिजुआ की ग्राम पंचायत सहसपुर में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की मंशा से प्रशासन ने गांव में स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण तो करा दिया। लेकिन बनने के बाद से आज तक देखरेख और साफ-सफाई के अभाव में स्वास्थ्य उपकेंद्र पूरी तरह से बदहाल है। आलम ये है कि स्वास्थ्य उपकेंद्र झाड़-झंखाड़ में तब्दील है। उपकेंद्र के अंदर गंदगी का अंबार लगा है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर तैनात एएनएम आरती पाल कभी कभार आंगनबाड़ी केंद्र पर टीकाकरण कर चली जाती हैं।
लेकिन इस उप केंद्र की साफ-सफाई की तरफ कभी ध्यान नहीं दे रहीं। सहसपुर ग्राम पंचायत में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ही करीब 10 वर्षों पूर्व गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण तो करा दिया गया। लेकिन देखरेख और साफ सफाई के अभाव में स्वास्थ्य उपकेंद्र पूरी तरह झाड़-झंखाड़ में तब्दील हो गया है। उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एएनएम आरती पाल ने बताया की मैं नियमित उप स्वास्थ्य केंद्र में बैठती हूं। जनवरी में उप स्वास्थ्य केंद्र में साफ-सफाई व रंगाई पुताई कराई गई थी।ग्रामीणों के कहने पर जब मीडिया कर्मियों की टीम वहाँ पर पहुंची तब वहाँ पर सबसे पहले विषेले शर्प मिले जिन्होंने वहाँ पर अपना डेरा जमा रखा है, ऐसी जर्जर हालत में यहाँ पर एनम कैसे बैठती है या नहीं बैठती इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। वही ग्रामीणों का कहना है ऐसे अधिकारियो की जांच कर प्रसासन को कार्यवाई करनी चाहिए जो कागजो में सब कुछ सही दर्शा रहे है जबकि जमीनी हकीकत कोई नहीं देख रहा।
वर्जन डॉ अमित सिंह सीएचसी प्रभारी बिजुआ
उपस्वास्थ्य केंद्र सहसपुर में डिलीवरी प्वाइंट नहीं है। वहां पर तैनात एएनएम प्रत्येक शनिवार को जाकर वहां टीकाकरण करती हैं।