
लखीमपुर खीरी। प्रदेश मे योगी के नेतृत्व 2.0 भाजपा की पुनः सरकार बनने के बाद खीरी भी बाबा के बुलडोजर से अछूता नही रह गया है, खीरी के निघासन मे भी बाबा का बुलडोजर चलना चालू हो गया है उसी के क्रम में रविवार को निघासन कोतवाली के पढुवा चौकी के पढुवा चौकी के पठानन पुरवा निवासी पूर्व प्रधान हिस्ट्रीशीटर की अवैध संपत्ति पर बाबा का बुलडोजर जमकर चला, जिसकी चपेट में पढुवा चौराहे पर स्थित मरघट की भूमि पर अवैध रूप से काबिज होकर दुकान किये बैठे लगभग आधा दर्जन से ज्यादा दुकानों को ढहा कर मरघट की भी जमीन को कब्जा मुक्त किया गया।हिस्ट्रीशीटर की करीब एक 12861000 रुपये की कुल चल और अचल संपत्ति को कुर्क करते हुए एक स्कोर्पियो, एक ट्रैक्टर, एक मोटरसाइकिल सहित घर पर नोटिस चष्पा करते हुए सील कर दिया गया, और कृषि योग्य भूमि को भी कब्जे में लेकर सम्पति पर कुर्की का बोर्ड स्थापित कर दिया गया, इस दौरान एसडीएम श्रद्धा सिंह, सीओ सुबोध कुमार जायसवाल, तहसीलदार राकेश पाठक सहित निघासन कोतवाल चन्द्रभान यादव, तिकुनियां इंस्पेक्टर बालेन्दु गौतम सहित भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा।
निघासन थाना क्षेत्र के पढुआ गांव के पूर्व प्रधान हनीफ खां जिनकी पत्नी कैमूला खातून जो वर्तमान में प्रधान भी है, जिनपर दो दर्जन से भी ज्यादा मुकदमे निघासन कोतवाली में दर्ज हैं। और जिस पर पूर्व में गैंगस्टर की कार्यवाही भी की जा चुकी है। और जेल में अपने लड़के के साथ अभी भी बंद है। बताया जाता है कि हनीफ खां ने अपनी गुंडई के बल पर तीन बार प्रधानी सहित करोड़ों की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा भी जमा रखा था। क्षेत्रवासियों उम्मीद थी कि बाबा का बुलडोजर कभी भी इस हिस्ट्रीशीटर के घर पर गरज सकता है। ठीक वैसा ही हुआ।
रविवार को प्रशासनिक अमला पुलिस बल व बुलडोजर के साथ गांव में पहुंच गया। देखते ही देखते मौके पर भारी मजमा जमा हो गया। प्रशासन ने हिस्ट्रीशीटर हनीफ खां द्वारा कब्जा की गई जमीन पर बनी अवैध दुकानों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही प्रारम्भ की देखते ही देखते पढुवा चौराहे पर स्थित मरघट की जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई दुकानों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। ध्वस्तीकरण के साथ करीब डेढ़ करोड़ की संपत्ति को कुर्क भी किया।अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि खीरी के टॉप टेन हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ निघासन कोतवाली में करीब दो दर्जन मुकदमे दर्ज थे। इसमें सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जे का भी मामला था। और पढुवा चौराहे पर मरघट की भूमि पर अवैध निर्मित दुकानों को किराए पर हनीफ खां ने उठा रखा था। जिसका किराया स्वयं वसूलता था, नोटिस जारी होने के बाद दुकानदारों ने दुकानें खाली कर दी थी। इसके बाद उन्हें ध्वस्त कराया गया।