लखीमपुर खीरी : न्यायालय में मुकदमा विचाराधीन होने के वाबजूद कटवा दिये हरे वृक्ष

क्षेत्रीय पुलिस, वन विभाग और लकड़ कट्टों की दुर्भसन्धि का आरोप

बेटी के विवाह के दिन ही ठेकेदार संग मिलकर विपक्षियों ने रची साजिश

पीड़ित पक्ष के द्वारा कार्यवाही की मांग पर पीड़ित को मिल रही जान से मारने की धमकी

लखीमपुर खीरी। मामला तहसील गोला के थाना हैदराबाद की अजान चौकी क्षेत्र का है जहां के रहने वाले पीड़ित सरनाम सिंह पुत्र कोमल राम ने बताया कि गांव रैनखेड़ा में भूमि गाटा संख्या 251 पर रात्रि में शीशम, नीम, सेमल, के हरे-भरे वृक्षों पर उनके विपक्षियों ने ठेकेदार की मदद से आरा चलवाकर वृक्षों कटवा दिये हैं। इस पर जब सरनाम सिंह ने पेड़ कटने का विरोध किया तो विपक्षीगणों ने जान से मारने की धमकी दी व ठेकेदार से पेड़ कटवाते रहे। उसके बाद पीड़ित ने पेड़ कटान का कार्य रूकवाने हेतु डायल 112 की पुलिस बुलवाई लेकिन, पुलिस ने उनको अजान चौकी में प्रार्थना पत्र देने को कहा। रात ही में सरनाम सिंह ने एक लिखित प्रार्थना पत्र अजान चौकी में दिया उसके बाद पुलिस ने लकड़ियों से भरी ट्राली-ट्रेक्टर को चौकी में खड़ा कर लिया और सुबह कार्रवाई करने के लिए कहा। पीड़ित ने बताया कि घटना 12 मई की रात्रि की है और अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है सिर्फ आश्वासन ही दिया है।  

 

पीड़ित ने बताया कि उक्त भूमि का मुकदमा भी न्यायालय में विचाराधीन है और भूमि के बंटवारे मेें दो भाग होने हैं। यह पेड़ मौके का फायदा उठाकर विपक्षीगण ने कटवाये हैं क्योंकि, उसी दिन उसकी बेटी का विवाह था।जिसका फायदा उठाते हुए इस कृत्य को अंजाम दिया गया है। ठेकेदार द्वारा पेड़ काटते समय पीड़ित ने ठेकेदार को उक्त भूमि का मुकदमा भी न्यायालय में विचाराधीन होने की बात बतायी इस पर भी ठेकेदार ने पेड़ का कटान नहीं रुकवाया।

पीड़ित ने अपने विपक्षीगणों पर यह भी आरोप लगाया है कि यह लोग ठेकेदार व पुलिस से सांठ-गांठ कर उसके ऊपर उल्टे मुकदमा लिखवाने का सडयंत्र रच रहे हैं, ताकि बाद में समझौते का दबाव बना सकें। फिलहाल पीड़ित ने कार्रवाई के लिए पुनः तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र दिया है ।

वही अजान चौकी प्रभारी राजेश कुमार का कहना है कि दोनों पक्षों को बुलाया था लेकिन आपस में बात नहीं बनी थी। उसके बाद से वह छुट्टी पर चले गये थे । लकड़ी सहित ट्राली-ट्रेक्टर अभी भी चौकी परिसर में मौजूद है । अब यदि पीड़ित पक्ष आये तो विपक्षियों पर मुकदमा लिखवा देंगे।
वहीं इस सम्बन्ध में वन क्षेत्राधिकारी महेशपुर रेंज को भी शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया था लेकिन कोई देखने तक न आया।

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