पलियाकलां-खीरी। पलिया शहर से छह किमी दूर शारदा नदी से बैलगाड़ी की मदद से अवैध ढंग से बालू ढोने का कार्य किया जा रहा है। नदी से अवैध तरीके से लाई गई बालू को पांच सौ, एक हजार रुपए तक बेचने का कार्य किया जा रहा है जिसे लेकर लोग पुलिस की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं।
प्रदेश की भाजपा सरकार बालू के अवैध खनन कार्य पर शिकंजा कसने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर चुकी है। लेकिन अधिकारियों की सुस्त कार्य प्रणाली के चलते बालू का यह अवैध कार्य रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पलिया से छह किमी दूर रोजाना तड़के सुबह दर्जनों की संख्या में बैलगाड़ी चालक प्रशासन की आंख में धूल झोंकते हुए नदी से बालू के अवैध कार्य को अंजाम दे रहे हैं। सूत्र बताते है कि स्थानीय पुलिस और तहसील प्रशासन के कर्मचारी सोते रहते हैं और अवैध बालू का कार्य करने वाले अपने कार्य को अंजाम देते रहते हैं। बालू का अवैध कार्य करने वाले यह माफिया लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए शहर में पहुंचकर पांच सौ से एक हजार रुपए वसूल करते हैं।
कोतवाल विवेक उपाध्याय ने बताया कि पुलिस व तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम जल्द ही बालू के अवैध कार्य में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने का कार्य करेगी।