पसगवा खीरी। शासन प्रशासन भले ही पर्यावरण संरक्षण को बेहतर बनाए रखने के लिए हरे भरे पेड़ों के कटान पर रोक लगा रखी हो। इसके बावजूद स्थानीय जिम्मेदार अधिकारियों के ढुलमुल रवैए के चलते प्रतिबंधित हरे भरे पेड़ों का कटान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सूत्रों की माने तो पसगवा, उचौलिया थाना क्षेत्र में हरे भरे पेड़ों का बिना परमिट कटान हो रहा है, या अवैध परमिट की आड़ मे कई गांव में पेड़ों पर आरा चल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पसगवा क्षेत्र के अंतर्गत गांव गिरधारीपुरवा में लकड़ कट्टों ने बिना परमिट के देसी आम और नीम के पेड़ काट डाले। बिना परमिट के प्रतिबंधित हरियाली पर प्रतिदिन आरा चल रहा है। यहां इलाके में कहीं दिन के उजाले में तो कहीं रात के अंधेरे में प्रतिबंधित हरे हरे पेड़ों पर लकड़ी कटान के लिए ठेकेदारों द्वारा आरा चलाया जा रहा है। बीते सप्ताह लकड़ कट्टों ने निजामपुर में सरकारी तालाब के किनारे हरे भरे पेड़ों का कटान किया था जिस पर अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है।
इसके अलावा पसगवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत निजामपुर में वन विभाग ने फर्जी रूप से परमिट बनाकर आम के लगभग डेढ़ सौ पेड़ कटवा दिए। क्षेत्र में हो रहे अंधाधुंध कटान को लेकर ग्रामीणों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं कि हरे भरे पेड़ों का कटान वन विभाग की मिली भगत से हो रहा है इसीलिए लकड़कट्टो पर कोई भी कार्यवाही नहीं होती है।
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उक्त मामले में वन रक्षक राजेश ने बताया कि मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। वही इस संबंध में उप जिलाधिकारी मोहम्मदी डॉ अवनीश कुमार से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया है कि मैं अभी तत्काल वन विभाग को आदेश करके कार्रवाई करवाता हूं।