लखीमपुर खीरी के धौरहरा वन रेंज क्षेत्र के गांव कांदन पुरवा मजरा नौव्वापुर सानी में खेतों में काम कर रहे किसानों पर तेंदुए ने हमला कर दिया। हमले में तीन किसान जख्मी हो गए। घायलों को इलाज के लिए सीएचसी रमियांबेहड़ भेजा गया। मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। और ग्रामीणों ने गेहूं की फसल लगी खेत में छिपे तेंदुए की घेरा बंदी कर दिया। सूचना के बाद पुलिस और वन कर्मी मौके पर पहुंच गए। इस बीच ग्रामीणों और वन कर्मियों में कई बार नोक झोंक भी हुई।
कांदन पुरवा निवासी भगौती, सुरेश और रमेश गांव के बाहर खेत में गन्ने की बुवाई कर रहे थे। इसी दौरान गेंहूँ के खेत में छुपे तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। शोर मचाने पर तेंदुआ गेंहू के खेत में छुप गया। गांव के पास तेंदुआ होने की खबर आग की तरह फैल गई। और कुछ ही देर में घटना स्थल पर सैकड़ो की तादाद में ग्रामीणों की भीड़ एकत्र हो गई। एम्बुलेंस बुलाई गई और घायलों को उपचार हेतु सीएचसी भेजा गया। सूचना के बाद ढखेरवा चौकी इंचार्ज गौरव सिंह, धौरहरा रेंज से वन रक्षक राजेश दीक्षित, वन दरोगा महेंद्र सिंह आदि घटना स्थल पर पहुंचे। ग्रामीण खेत में छुपे तेंदुए को मारने खेत में घुसने पर आमादा हो गए लेकिन वन कर्मियों ने किसी तरह लोगों को समझाकर शांत कराया। इस बीच ग्रामीणों और वनकर्मियों में कई बार जमकर नोक झोक भी हुई।
ग्रामीणों की मांग थी तेंदुए को खेत से पकड़ा जाए। ताकि तेंदुए के आतंक से ग्रामीणों को हमेशा के लिए निजात मिल जाए। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए वन कर्मियों ने आनन-फानन रेंज कार्यालय से देर शाम लोकेशन ट्रेस के लिए चार जोड़ी कैमरे और पकड़ने के लिए जाल व पिंजरा लगा दिया। फिलहाल वन कर्मी अपने मकसद में कामयाब होंगे या फिर तेंदुआ उन्हें चकमा देकर निकल जाएगा ग्रामीणों के बीच या एक चर्चा का विषय बना हुआ है।