थारू जनजाति के सैकड़ो स्त्री पुरुषों ने बड़े धूमधाम से मनाई शिव रात्रि
पलिया कला खीरीनेपाल वार्डर पर निवास करने वाला थारू समाज आजादी के 75 बरसो के बाद आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित जीवन जी रहा है। स्वास्थ के लिए हॉस्पिटल तो है पर वर्षों से डॉक्टरों की तैनाती नही है,70 हजार की आबादी पर मात्र एक इंटर कालेज जिला केंद्र से 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नेपाल बार्डर की सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण होने के बावजूद सड़को का बुरा हाल हो जाता है। थोड़ी सी बारिस होने से आमजन के आवागमन बाधित हो जाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन बातों का फायदा उठाकर भोले भाले वनवासियो को थोड़ा सा लालच देकर कुछ दूसरे समुदाय के लोग इनका धर्मान्तरण शिक्षा,स्वास्थ्य के नाम पर कर देते है। ऐसे मे एकल अभियान वर्षा से इन वनवासी समाज के बीच जन जागरण का कार्य कर रहा है।
शिव रात्रि के पावन अवसर पर सेकड़ो लोगो के साथ थारुओं के आराध्य देव भगवान शिव को नेपाल की शिव गंगा नदी से जल लेकर 10 किलोमीटर की नंगे पैर पद यात्रा पूरी कर मसान खम्ब भोले नाथ बाबा को जलाभिषेक किया। जिसका नेतृत्व भारत नेपाल समन्वयक ओमप्रकाश ने किया। जिसमे प्रमुख रूप से संजू राणा, चन्द्रावती राणा करसीमा राणा, कौसल्या राणा, पद्मा राणा, सुदामा राणा, नंद किशोर, दया राम, करुआ राणा, मंजन राणा, मुना राणा, बहाली राणा, सुस्मिता राणा आदि उपस्तिथि रहे।