बेहजम- खीरी। ग्राम समाज की जमीन पर खड़े प्रतिबंधित पेड़ों का किया गया कटान। बताते हैं कि मिर्जापुर ग्राम पंचायत में पानी की टंकी का निर्माण प्रस्तावित किया गया है उस जमीन पर शीशम, गूलर, आम ,नीम ,बरगद, पीपल आदि के दर्जनों प्रतिबंधित पेड़ खड़े थे, जिस पर ग्राम प्रधान महावीर ने दबंगई दिखाते हुए उक्त हरे भरे पेड़ों को काट कर नेस्तनाबूद कर डाला गया।
इन पेड़ों के कटान कराने के लिए न वन विभाग और न पंचायत विभाग से कोई लिखित आदेश लिया गया है। बावजूद इसके अपनी हेकड़ी दिखाते हुए पेड़ों को किसी क्षेत्रीय ठेकेदार के हाथों बिक्री कर हरियाली के साथ साथ सरकार को भारी राजस्व का भी चूना लगा डाला।
दबंग प्रधान की सह पर रातों रात उक्त पेड़ों की लकड़ी मौके से पार करा दी गयी। अब सोचनीय विषय यह है कि अगर कोई किसान अपने खेत में खड़े प्रतिबंधित एक पेड़ को अपनी आवश्यकता के लिए कटान कराता है तो उस पर वन विभाग और पुलिस विभाग सैकड़ों कानून परमिट आदि का उल्लेख करते हुए जुर्माना और सजा निर्धारित करता है और यहां एक प्रधान के द्वारा सरकारी जमीन पर लगे दर्जनों पेड़ रातों रात गायब करा देता है।
उस पर कोई नियम कानून लागू नहीं होता है। क्षेत्रीय लेखपाल पारुल त्रिवेदी इस मामले पर गोलमोल जवाब दे रही हैं उन्होंने बताया कि उस जगह पर कुछ जगंल झाड़ी खड़ी थी उसे हटाने को कहा गया था प्रतिबंधित पेड़ों की हमें जानकारी नहीं है । क्षेत्रीय कानूनगो कहते हैं हम मौका देखकर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।