लखीमपुर खीरी। ग्राम पंचायतों में जिम्मेदारों द्वारा विकास कार्यों में मनमाने तरीके से अनियमितता और अनुपयोगी कार्य करा कर जहां सरकारी बजट को चूना लगाया जा रहा है वहीं पंचायतों में हर काम खाऊ कमाऊ नीति के चक्कर में कायदे कानून ताक पर रखकर नियमों के पालन से बेपरवाह हैं। उन्हें न जांच की चिंता है और न अधिकारियों का डर। वहीं अधिकारी भी अनदेखा कर मौन बने बैठे हैं।
विकासखंड बिजुआ की ग्राम पंचायत महेशापुर में इन दिनों जमकर भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। ताजा मामला स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत नाली निर्माण में खुलेआम अव्वल ईंट की जगह घटिया ईंटों एवं मौरंग के स्थान पर बालू का प्रयोग किया गया है। भ्रष्टाचार छुपाने के लिए तुरंत प्लास्टर कर दिया गया है जिससे की नाली निर्माण में जिम्मेदारों द्वारा किया गया भ्रष्टाचार दिखाई ना दे। वहीं ग्रामीणों ने इसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी है ।
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जब इसकी जानकारी लेने के लिए खण्ड विकास अधिकारी बिजुआ महावीर सिंह का फोन कई बार लगाया गया लेकिन उनका फ़ोन रिसीव नही हुआ।
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मुख्य विकास अधिकारी खीरी को फोन किया गया तो उन्होंने बात को टाल दिया बोले बीडीओ साहब से ही जानकारी लो नाली निर्माण कार्य में पीला ईट का उपयोग किया जा सकता है या नही साथ ही बताया मैं भी पूछ लेता हूं नाली निर्माण कार्य में पीला ईट का उपयोग होता है या नहीं, अब मुझे फोन मत करना अगर जानकारी चाहिए तो लखीमपुर आ जाओ।