लखीमपुर खीरी। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 05 वर्षों में बाल श्रम से प्रदेश को मुक्त करने के संकल्प के क्रम में जनपद खीरी में श्रमायुक्त उप्र के आदेश, डीएम महेंद्र बहादुर सिंह द्वारा दिये गए निर्देश के क्रम में सहायक श्रमायुक्त डॉ एम के पाण्डेय के नेतृत्व में अभियान चलाया जा रहा है।
बाल श्रम पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए जनपद में विभाग ने श्रम प्रवर्तन अधिकारी सन्तोष कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट निरीक्षक जैनेन्द्र कुमार और कांस्टेबल राजेश कुमार, चाइल्ड लाइन खीरी के सन्तोष कुमार व रघुवीर, बचपन बचाओ आंदोलन के इंद्रजीत वर्मा व राज बहादुर वर्मा तथा सुचेतना श्रम मजदूर सेवा वेलफेयर सोसायटी के अनुरुद्ध मिश्र ने लखीमपुर खीरी शहर स्थित होटल एवं डेयरी की 04 दुकानों से 04 बाल श्रमिक चिन्हित करते हुए अवमुक्त कराया और संबंधित सेवायोजकों के विरूद्ध नोटिस जारी की।
कार्रवाई से दुकानदारों में हड़कंप मचा रहा। वही खीरी रोड पर राजापुर मंडी के सामने स्थित गुप्ता स्वीट हाउस द्वारा नोटिस लेने से मना कर दिया गया। सहायक श्रमायुक्त डॉ महेश कुमार पांडेय ने सेवायोजकाें से कहा कि प्रतिष्ठान, दुकान, वाणिज्यिक अधिष्ठान, ढ़ाबा एवं कारखाना संचालक प्रतिष्ठान में 06 वर्ष से 18 वर्ष के बच्चाें से कार्य नहीं करायें।
अन्यथा बाल मजदूरी कराने वालों के विरुद्ध बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम 1986 के तहत सेवायोजक पर कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने बताया कि डीएम के नेतृत्व में इस वित्त वर्ष में श्रम विभाग द्वारा खतरनाक प्रक्रिया में कुल 06 बाल श्रमिक व गैर खतरनाक प्रक्रिया में कुल 113 किशोर श्रमिक चिन्हित किये गए। उन्होंने सेवायोजकों से अपील की कि वे बाल एवं किशोर श्रमिकों को नियोजित न करें।