मितौली खीरी। जल संरक्षण के लिए यूं तो योजनाएं हजारों बनाई जाती हैं लेकिन उचित संरक्षण न मिल पाने से योजनाएं अधूरी रह जाती हैं। विकासखंड मितौली में 91 ग्राम पंचायत हैं जिनमें से मनरेगा के तहत 23 अमृत सरोवरों का निर्माण कराया गया है । लेकिन भीषण गर्मी लू के चलते अधिकांश तालाबों में धूल उड़ती दिखाई दे रही है।
सरकार ने लाखों रुपए खर्च कर अमृत सरोवर तो बना दिए गए साथ ही इन तालाबों को विशेष दर्जा भी दिया गया। अभी कुछ समय पहले इन तालाबों को एक महोत्सव के रूप में भी मनाया गया जिसका नाम अमृत महोत्सव के नाम से रखा गया था लेकिन ज्यादातर तालाबो में पानी न होने की वजह से पशु पक्षियों को पानी पीने के लिए भटकना पड़ रहा है ।
शासन स्तर से इन तालाबों में पानी भरने के लिए कोई धनराशि मुहैया नहीं कराई जा रही एक तरफ जल संरक्षण की भी समस्या है क्योंकि अगर भूजल निकाल कर तालाब में भर दिया जाए तो एक तरफ से जल का दोहन होगा दूसरी तरफ तालाबों का पेट भी कैसे भरा जाए यह एक समस्या मुंह बाए खड़ी हुई है।
वर्जन –
राजकुमार सिंह एपीओ मनरेगा विकासखंड मितौली लखीमपुर खीरी ने बताया कि तालाबो में पानी भरवाने के लिए शासन से कोई धन राशि मुहैया नहीं कराई जाती है सचिव ,प्रधान अगर चाहे तो अपने निजी पैसे से सामाजिक हित में पानी भरवा सकता है।