- ग्रामीणों के कहने पर बिना जांच किए बुजुर्ग विधवा को बना दिया अपात्र
- उच्च स्तरीय जांच में उसी अपात्र महिला को बताया गया पात्र
दैनिक भास्कर ब्यूरो ,
ईसानगर खीरी। जनपद लखीमपुर खीरी के ब्लॉक ईसानगर के अधिकारियों की कार्यशैली से ग्रामीण काफी असंतुष्ट हैं जिसके चलते अपनी सरकारी सुविधाओं के लाभ के लिए आए दिन ग्रामीण उच्च स्तरीय अधिकारी से लगाकर उत्तर प्रदेश शासन योगी आदित्यनाथ से अपनी गुहार लगाने को मजबूर हैं। ब्लॉक क्षेत्र अंतर्गत ग्रामीणों को पहले अपात्र दिखाना उसके बाद उच्च स्तरीय जांच में मांगी जाने वाली आख्या में उसी ग्रामीण को पात्र दिखाने का खेल अधिकारियों द्वारा चरम स्तर पर किया जा रहा है। ऐसे एक नहीं कई मामले ईसानगर ब्लाक क्षेत्र में प्रकाश में आए हैं।
ईसानगर विकासखंड के गांव लखपेड़ा निवासिनी विधवा पार्वती ने बताया कि उसका कच्चा मकान बना हुआ है। 2021 मे अधिक जल भराव तथा तेज हवा मे गिर गया था जिसपर पार्वती को आपदा राहत की तरफ से आवास मुहैया कराया गया था। पीड़िता का आरोप है कि मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवेदन की जांच करने गए ग्राम पंचायत अधिकारी तथा एडीओ ईसानगर ने अपनी जांच में पार्वती को अपात्र घोषित कर दिया। पार्वती के 3 बच्चे जिसमे एक की मृत्यु हो चुकी है अन्य दो को आवास लाभ मिल चुका है , दरशाते हुए विधवा पार्वती को अपात्र कर दिया गया।
वही विधवा पार्वती पत्नी भोला का कहना है कि घर पूर्ण रूप से कच्चा है फूस पाती से बना है, पार्वती के पांच लड़के है जिसमे बड़े लड़के की मृत्यु हो चुकी है उसकी एक पुत्री है जिसका पालन पोषण पार्वती को ही दूसरो के घर मजदूरी करके करना पड़ता है, अन्य चार लड़के दो बाहर पलायन कर मजदूरी कर रहे है। दो गांव मे रहते है जो खाना खर्चा भी नही देते है।
भाजपा सरकार बनने के बाद बेवा पार्वती ने भी स्वयं का पक्का मकान बनाने का सपना देखा था। लेकिन अधिकारियों की कार्यशाली ने पार्वती का सपना पूरा नहीं होने दिया। सर्दी के इस मौसम मे विधवा महिला दर-दर भकटने को मजबूर है। विकास खंड से लेकर जिले तक चक्कर काटने से परेशान होने के बाद मुख्यमंत्री से फरियाद लगाई। ग्रामीणों का कहना है ब्लॉक क्षेत्र में पात्रों को अपात्र और अपात्रों को पात्र बनाने का खेल काफी चल रहा है जिसमें वास्तविक पात्रों को सरकारी लाभ नहीं मिल पा रहा है वही कई अपात्रों से सांठ गांठ कर सरकारी लाभ उपलब्ध करा दिया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि इन सब मामलों की जानकारी ग्रामीणों ने कई बार खंड विकास अधिकारी को दी लेकिन उनके द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है।
वर्जन – खंड विकास अधिकारी, ईसानगर खीरी
मामले से संबंधित खंड विकास अधिकारी ईसानगर खीरी ने परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण लखीमपुर खीरी को जांच की सौंपी जाने वाली आख्या में बताया कि पूर्व में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ललकार सिंह द्वारा जांच के समय ग्राम वासियों द्वारा शिकायतकर्ता के बारे मे तीन पुत्र जिसमें एक की मृत्यु तथा शेष दो पुत्रों को आवास का लाभ दिया जा चुका है, बताने पर पार्वती पत्नी भोला को अपात्र कर दिया गया था।
लेकिन पुनः जांच की गई तो शिकायतकर्ता आवास हेतु पात्र है तथा नई सर्वे सूची तैयार किए जाने पर शिकायतकर्ता का नाम पात्रता के आधार शामिल कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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