लखीमपुर खीरी। आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते स्कूल की फीस जमा करने में असमर्थ एक छात्र और एक छात्रा को अजमानी इंटरनेशनल स्कूल लखीमपुर खीरी ने सीबीएससी बोर्ड परीक्षा से वंचित करने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जाता है कि दोनो बच्चों का साल बर्बाद होने की आई नौबत आने पर पिता के गिड़गिड़ाने का भी स्कूल प्रबंध तंत्र पर फर्क नही पड़ा , जिससे दोनो बच्चे डिप्रेशन में ही गये। दर असल बच्चों का पेपर था लेकिन स्कूल प्रबंधन ने परीक्षा में बैठने नही दिया। खीरी के पत्रकार भी मुहिम में साथ आये और बोले- स्कूल पेपर दिलवाये- बच्चों की फीस हम सब मिलकर जमा करेंगे। स्कूल प्रशासन कुल फीस बताये कितनी हुई- फ्रेंड्स फ़ॉर एवर’ केराजपाल सिंह ,अध्यक्ष, फ्रेंडस फ़ॉर एवर ग्रुपों ने कहा कि वह दोनो बच्चों की फीस जमा करेगा ।
विद्यालय प्रबंधन ने कहा फ़ोन करने पर नही आए थे प्रवेश पत्र लेने अभिभावक
इसी के साथ पलिया विधायक रोमी साहनी ने भी बढ़ाया हाथ बोले- “स्कूल प्रशासन बच्चों के पेपर दिलवाए ,दोनों बच्चों की पूरी फीस मैं जमा करूंगा”। भाजपा नेता अमित वर्मा और दीपक पुरी सहित कई अन्य लोगो ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाये। इससे स्कूल प्रशासन बैकफुट पर आ गया। स्कूल प्रशासन ने भी बड़ा दिल दिखाते हुए आर्थिक स्थिति को देखते हुए आधी फीस माफ की और कहा कि सुबह परीक्षा के पहले पिता को फोन किया गया था प्रवेश पत्र के लिये लेकिन ये लेने नही आये। पिता का कहना था कि जिन बच्चों का पेपर हो और उनको एक दिन पहले तक प्रवेश पत्र न मिला हो उनकी मानसिक स्थिति क्या होगी।
इस बात को भी समझना चाहिए। जब वो इसी डिप्रेशन में पढ़ नही पाये, पेपर की तैयारी नही कर पाये तो कैसे दिन के दिन पेपर दे पाते। फिलहाल दोनो पक्षों में बैठकर समझौता हो गया। स्कूल प्रशासन ने आधी फीस माफ की और बच्चों के प्रवेश पत्र पिता को सौंपे दिए। दोनों भाई बहन कल होने वाली हाई स्कूल की परीक्षा में बैठेंगे और शेष पेपर भी देंगे।