23 जून 2024 को लखीमपुर खीरी में कई निरीक्षक व उप निरीक्षक का स्थानांतरण हुआ जिसमें लखीमपुर की गोला कोतवाली के तत्कालीन निरीक्षक इंद्रजीत सिंह का तबादला थाना भीरा को किया गया और निरीक्षक रमेश चंद्र पांडे को पीआरओ पुलिस अधीक्षक से प्रभारी निरीक्षक थाना गोला का पद भार दिया गया।
गोला कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत दर्जनों की संख्या में बिना खुलासे हुई चोरियां, आने वाले फरियादियों के साथ दुर्व्यवहार और कई मामलों को लेकर गोला नगर की आम जनमानस में गोला पुलिस पर विश्वास उठ चुका है। सिर्फ गोला नगर ही नहीं गोला कोतवाली अंतर्गत आने वाली अलीगंज चौकी समेत अन्य क्षेत्र में भी फरियादियों को न्याय नहीं मिला। न्याय के लिए कोतवाली गए फरियादियों के अनुसार गोला पुलिस द्वारा कभी भी न्यायोचित कार्रवाई नहीं की बल्कि जिस पक्ष के द्वारा घूस मिल गई उस पक्ष को लेकर कार्रवाई कर दी जाती थी। न्याय के लिए हफ्तों चक्कर काटने के बाद भी गोला पुलिस के द्वारा तहरीर नहीं ली जाती थी। वही गोला कोतवाली परिसर में सुबह शाम छुटभय्यो का जमावड़ा बना रहता था।
ये मामले रहे सुर्खियों मे —-
3 महीने चक्कर काटने के बाद भटपुरवा कॉलोनी निवासिनी 90 वर्षीय विधवा बुजुर्ग आहत होकर न्याय न मिलने पर गोला थाना परिसर स्थित मंदिर के पास करीब 8-10 घंटे बैठी रही जिसके चलते बुजुर्ग महिला की तबीयत बिगड़ गई और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया गया।
कुम्हारन टोला निवासी युवक अपनी पत्नी के साथ हुए दुर्व्यवहार की शिकायत लेकर कई चक्कर काटने के बाद जहर खाने पर विवश हो गया, जहर खाने के बाद स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया गया। हालांकि मामला सुर्खियों में आने के बाद कार्यवाही हुई लेकिन तब तक गोला पुलिस की काफी किरकिरी हो चुकी थी।
गोला तहसील परिसर में न्याय के लिए कई सप्ताह तक बैठने वाले अधिवक्ता की तहरीर पर कई दिनों तक गोला पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई जिसके बाद अधिवक्ता को धरना प्रदर्शन करना पड़ा जिसके बाद उच्च अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लिया।
कुश्मी कॉलोनी निवासी दलित नाबालिक 12वीं का छात्र स्वयं पर शराबियों द्वारा मारपीट की तहरीर को लेकर कई हफ़्ते चक्कर काटता रहा लेकिन गोला कोतवाली में उसकी तहरीर नहीं ली गई। सी ओ के आश्वासन के बाद भी नहीं हो पाई कार्यवाही।
इन मामलों के अलावा भी कई दर्जनों की संख्या में मामले ऐसे रहे जिनमें पीड़ितों की तहरीर तक नहीं ली गई और कई दर्जनों की संख्या में हुई चोरियों की ना तो रिपोर्ट दर्ज की गई और जिनकी रिपोर्ट दर्ज भी की गई उनमें अधिकतर का खुलासा भी नहीं किया गया।
आम जनता के मुताबिक अगर नगर में किसी व्यक्ति की जान पहचान या लेनदेन की क्षमता नहीं है तो उसकी गोला पुलिस में सुनवाई होना असंभव है। इन सब के बाद नवागत गोला कोतवाली प्रभारी रमेश चंद्र पांडे को आम जनमानस में विश्वास बना पाना एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
इनका भी हुआ तबादला
निरीक्षक धर्मेंद्र प्रताप सिंह को प्रभारी सर्विलांस सेल से प्रभारी न्यायालय सुरक्षा, निरीक्षक महेश पाठक को प्रभारी न्यायालय सुरक्षा से निरीक्षक अपराध थाना मैंगलगंज और उपनिरीक्षक पंकज त्रिपाठी को थाना अध्यक्ष भीरा से प्रभारी सर्विलांस सेल पर नियुक्त किया गया।
नवागत कोतवाल का पब्लिक को संदेश
दैनिक भास्कर जिला संवाददाता पवन सक्सेना से बातचीत में नवागत कोतवाल रमेश चंद्र पांडे ने बताया कि पब्लिक को किसी भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा, जो सत्यता है उसी के साथ रहूंगा और उसी के आधार पर निराकरण कराऊंगा। जो गलत है तो वह अपने निराकरण के लिए कोर्ट जाए, कचहरी जाए लेकिन यहां सही कार्य को निस्तारित किया जाएगा।
जनता की किसी से जान पहचान हो या ना हो मैं यहां सभी के लिए आया हूं किसी एक से व्यवहार बनाने नहीं आया हूं इसके लिए भले ही मुझे चाहे एक दिन रहना पड़े या 1 साल रहूं मुझे कोई परवाह नहीं। जनता को समझने में कुछ समय लगेगा जल्द ही अव्यवस्थाओं को समझ कर उन पर कार्य करना शुरू कर दूंगा किसी का दबाव मुझ पर काम नहीं करेगा। थाना जनता का है 24 घंटे दिन रात जनता की सेवा में तत्पर रहूंगा। किसी भी समय जो अपनी समस्या लेकर आएगा उसकी सुनी जाएगी।