पसगवा खीरी। योगी सरकार के लाख जतन करने के बाद भी जिले में भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सूत्रों की मानें तो विकास खण्ड पसगवा के कई पंचायत सचिव प्रधान को सरकार का कोई डर नहीं है। जहाँ भी तैनाती रहती है वहाँ बेझिझक बिना कार्य कराए सरकारी धन को बैंक में रखे अपने पैसे की तरह कागजी कार्यवाही कर पैसा निकाल लेते हैं।
कारनामे इस कदर है कि कई फर्मों के नाम फर्जी भुगतान कर विभाग की साख पर बट्टा लगा रहे हैं। सचिव और प्रधान मनबढ़ तरीके से खड़ंजा मरम्मत, हैंडपम्प रिबोर, प्राइमरी स्कूल के कायाकल्प रंगाई पुताई,स्ट्रीट लाइट स्कूल मरम्मत कार्य जैसी ग्राम पंचायत की महत्वपुर्ण योजनाओं में फर्जी भुगतान बिना कार्य कराए कर लिए हैं। मनरेगा योजना से कराए गए कार्यों में जमकर धांधली के मामले सुर्खियो मे छाए रहे। ग्राम प्रधान व सचिव की मिलीभगत से मानक विहीन कार्य कराकर सरकारी धन का जमकर बंदरबाट किया गया।
ऐसा ही एक मामला लखीमपुर जिले की ब्लॉक पसगवा के अंतर्गत में ग्राम पंचायत बरखेरिया जाट का प्रकाश मे आया। जहां पर ग्राम प्रधान और सचिव पर मिलकर 27 जून 2022 को नवीन ट्रेडर्स के नाम से 196000 की राशि स्ट्रीट लाइट के नाम पर निकाल लेने के आरोप लगे थे। और गांव में खंबे पर केवल एलईडी बल्ब टन्गवा दिए। यही नहीं गांव में जगह-जगह गंदगी फैली पड़ी है नालिया टूटी हुई है और नालियों से निकला हुआ मलवा बाहर रोड पर ही डाल दिया गया जिससे कभी भी संक्रामक बीमारियां फैल सकती हैं।
जिसकी शिकायत कई बार ग्रामीणों द्वारा उच्च अधिकारियों को की गई लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हो रही है सूत्र बताते हैं इसके लिए न निविदा नियमों का पालन किया गया और ना ही कोई कोटेशन, जबकि सरकारी आदेश के मुताबिक अगर एक लाख रुपये से ज्यादा की धनराशि खर्च की जाएगी, उसके लिए बकायदा निविदा प्रकाशित करनी होगी। निविदा में वही सारे नियम और शर्ते लागू होंगी जो अन्य विभागों में हैं।
वर्जन –
इस संबंध में ग्राम विकास अधिकारी विवेक वर्मा से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया कि उक्त मामला मेरे कार्यकाल का नहीं है। इस संबंध में बी डी ओ पसगवां मोहित कौशिक से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया है कि मामले की जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई करूंगा।