निघासन खीरी। करीब एक सप्ताह पूर्व से ढखेरवा गांव से गायब हुए प्रेमी युगल में युवक का शव दूसरे दिन और युवती का दुपट्टा घाघरा नदी से बरामद हुआ था। बता दें शुक्रवार दोपहर ढखेरवा चौराहे मल्लबेहड़ के मध्य में स्थित शारदा नहर से क्षत-विक्षत अवस्था में एक अज्ञात महिला का भी शव बरामद हुआ था जिसकी शिनाख्त ढखेरवा गांव निवासी भारत भार्गव ने अपनी 18 वर्षीय पुत्री पूजा भार्गव के रूप में की थी जिसका पोस्टमार्टम होने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। परिजनों ने शव का आनन फानन में अंतिम संस्कार भी कर दिया गया था।
अंतिम संस्कार के बाद शारदा नहर से बरामद अज्ञात शव प्रकरण में एक नया मोड़ ले लिया है। सूत्रों के अनुसार जो शव शुक्रवार को शारदा नहर से बरामद हुआ था, उसकी उम्र लगभग 30 से 35 वर्ष और साड़ी पहने हुए थी, वहीं ढखेरवा गांव से लापता हुई भारत भार्गव की पुत्री पूजा की उम्र 18 वर्ष ही थी और वह सलवार सूट पहने हुई थी, वहीं गायब हुई युवती के परिजनों ने बताया था कि जब युवती घर से गायब हुई थी तब वह सलवार सूट में ही घर से निकली थी जिस महिला का शव नहर से बरामद हुआ था, वो साड़ी और पेटीकोट में लिपटा हुआ था, वही शव के हाथ में चूड़ी और पैर में बिछिया भी थी। और उसका एक हांथ और पैर भी गायब था।
मामले ने नया मोड़ तब लिया जब निघासन कोतवाली क्षेत्र के सुक्खनपुरवा निवासी फूलमती पत्नी गया प्रसाद ने शव का फोटो देखकर कपड़ों से पहचान करके शव की शिनाख्त अपनी पुत्री मीरा देवी पत्नी प्यारे लाल के निवासी गजियापुर थाना पढ़ुआ का दावा किया और ढखेरवा निवासी भारत भार्गव आदि पर पुलिस को गुमराह कर अपनी पुत्री बता कर शव का अंतिम संस्कार करने का आरोप लगाते हुए थाना पढुआ में लिखित तहरीर देकर बताया कि अपनी पुत्री मीरा को शादी करीब 10 वर्ष पहले पढ़ुआ थाना क्षेत्र के गाजियापुर निवासी प्यारे लाल पुत्र लक्ष्मण के साथ की थी,
शादी के बाद से ससुराल पक्ष के लोग पीड़ित के बेटी को मारते पीटते थे, और मार पीट कर घर से भगा दिया था, 25.06.24 को पीड़िता के दामाद प्यारे लाल ने फोन पर सूचना दी कि तुरंत पीड़िता पढ़ुआ थाने जाकर अपनी पुत्री की गुमसुदगी की सूचना देकर, अपनी पुत्री की अस्थियां दिलवाने की गुहार लगाई है।
पेटीकोट, चूड़ी बिछिया, एक हाथ पैर का न होना बना बड़ा सवाल
ढखेरवा चौकी इंचार्ज रविंद्र सोनकर ने बताया था कि शारदा नहर से बरामद हुए शव की शिनाख्त ढखेरवा गांव से गायब हुई युवती के परिजनों ने अपनी पुत्री के रूप में की थी, जिसके आधार शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया था।