लखीमपुर खीरी। सोमवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री, खीरी सांसद अजय कुमार मिश्र “टेनी” ने केंद्र सरकार द्वारा वित्तपोषित “रिवैम्पड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम” के क्रियान्वयन की समीक्षा की, संबंधित को जरूरी निर्देश दिए। बैठक का संचालन अधीक्षण अभियंता अशोक सुंदरम ने किया।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने कहा कि “रिवैम्पड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम” केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसके तहत आने वाले समय में विद्युत वितरण के क्षेत्र में व्यापक सुधार किए जाएंगे। लाइन हानियों में कमी लाए जाने के उद्देश्य से सरकार ने इस योजना शुरू किया है। योजना के क्रियान्वयन के लिए जनपद खीरी में स्वीकृत कार्यों के लिए 171.95 करोड़ की धनराशि व्यय की जाएगी, जिसमें विद्युत वितरण मंडल लखीमपुर में स्वीकृत कार्यों के लिए 104.77 करोड़ व विद्युत वितरण मंडल गोला स्वीकृत कार्यों के लिए 67.18 करोड़ की धनराशि का खर्च प्रस्तावित है।
रिवैम्पड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम” से विद्युत वितरण के क्षेत्र में आएगा व्यापक सुधार : टेनी
डीएम ने आरडीएसएस योजना की आवश्यकता, प्रासंगिकता बताई। कहा कि यह योजना किए गए कार्यों के सापेक्ष प्राप्त परिणामों पर पूरी तरह निर्भर है। उन्होंने योजना के तहत चरणबद्ध प्रस्तावित, निर्धारित कामों की जानकारी दी। निर्देश दिए कि योजना का क्रियान्वयन जनप्रतिनिधियों के मार्गदर्शन एवं पर्यवेक्षण में सुनिश्चित किया जाए। अधीक्षण अभियंता अशोक सुंदरम ने बताया कि इस योजना के तहत प्रथम चरण में लाइन हानियों को कम करने से संबंधित कार्यों को 02 वर्ष के अंतर्गत पूर्ण किया जाएगा। द्वितीय चरण में प्रीपेड स्मार्ट मीटरिंग से संबंधित कार्य प्रस्तावित हैं। तृतीय चरण में 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्रों के निर्माण से संबंधित कार्य किए जाएंगे। योजना के कार्यों की निगरानी, अनुश्रवण के लिए मेसर्स वैपकोस लिमिटेड से मुख्यालय द्वारा अनुबंध किया है।
171.95 करोड़ से खीरी में लाइन हानियों में आयेगी कमी, बनेंगे 08 नए विद्युत सबस्टेशन
बैठक की शुरुआत में ईई, विद्युत वितरण खंड लखीमपुर शैलेंद्र कुमार ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन से “रिवैम्पड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम” से संबंधित सभी जरूरी पहलुओं को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि लखीमपुर व गोला सर्किल में चार-चार 33/11 केवीए सब स्टेशन (बिजली घर) का निर्माण भी प्रस्तावित किया है।
योजना के प्रथम चरण में लॉस रिडेक्शन प्रस्तावित कार्य एक नजर में
हाई लाइन लॉस (विद्युत चोरी वाले क्षेत्र) में फीडर के नंगे तारो को आर्मर्ड केबिल में बदलने का कार्य।
नंगे, जर्जर तारो को ए०बी० केबल से बदलने का कार्य, खराब एबी केबल को बदलने का कार्य।
11 केवी पोषकों का विभक्तीकरण : ग्रामीण फीडर को अलग करने का कार्य।
33 के०वी० पोषकों का विभक्तीकरण : हाई लाइन लॉस 33 के०वी० लाइनों के हानियों को कम करने हेतु फीडर विभक्तीकरण का कार्य।
11 के०वी० पोषकों का विभक्तीकरण : हाई लाइन लॉस 11 केवी लाइनों के हानियों को कम करने हेतु फीडर विभक्तीकरण का कार्य।
जर्जर 33 केवी एवं जर्जर 11 के०वी०लाइनों के सुदृढ़ीकरण का कार्य, 33 के०वी० उपकेन्द्र पर पावर फैक्टर सुधार हेतु कैपेसिटर बैंक की स्थापना का कार्य।
इनकी रही मौजूदगी
जिपं अध्यक्ष प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह, डीसीबी बैंक चेयरमैन विनीत मनार, सांसद प्रतिनिधि अरविंद सिंह ‘संजय’, अम्बरीश सिंह, जीतेंद्र त्रिपाठी, दीपक तलवार, भाजपा नेता कुलभूषण सिंह, रानू गुप्ता, एसई अशोक सुंदरम, अधिशासी अभियंता शैलेंद्र कुमार यादव, महेंद्र पाल, भरत गौतम, अमित कुमार, निशांत ज्योति, मुकेश कुमार।