लखीमपुर खीरी। गोला गोकर्णनाथ भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान को लेकर तमाम प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं समय-समय पर स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है वही सफाई कर्मियों पर इन सब बातों से कोई भी फर्क नहीं पड़ता शासन प्रशासन के सभी दावों को धता बताते हुए अपनी मनमानी करते नजर आ रहे हैं और ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव की मेहरबानी से इन लोगों को सरकार द्वारा बराबर सैलरी भेज दी जा रही है कुछ सफाई कर्मियों ने स्वच्छता के नाम पर शासन की लुटिया ही डुबो रखी है ऐसा ही एक मामला ब्लाक बिजुआ क्षेत्र के ग्राम बस्तौली का प्रकाश में आया। यहां स्वयं ही ग्रामीण नालिया साफ करते हैं।
स्वच्छ भारत अभियान को लगाया जा रहा पलीता।
नालियों में भयंकर गन्दगी भरी पड़ी है,और ग्रामीण स्वयं नालियां साफ करने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यहाँ सफाई कर्मी आता है और केवल विद्यालय की सफाई करके चला जाता है, सड़को की सफाई कभी कभी कर देता है, और नालियां साफ नही करता है। यहाँ जब नालियों की सफाई होती है, तब ग्रामीणों द्वारा ही की जाती है।
सफाई कर्मी नियुक्ति होने के बावजूद गाँव मे फैली गन्दगी।
नालियों में गन्दे पानी में पनप रहे मच्छरों से भयंकर बीमारियों के फैलने का खतरा भी मंडरा रहा है, वहीं कुछ ग्रामीणों ने बताया के सफाई कर्मी कभी कभार नालियों की सफाई करता भी है तो उसकी गंदगी निकालकर नाली के पास में ही डाल देता है 2/3 दिन में वह गंदगी पुनः नाली में पहुंच जाती है जब तक इस गंदगी को उठा कर के बाहर नहीं फेका जाएगा तब तक यह नालियां ऐसे ही चोक बनी रहेंगी।
क्या कहते हैं जिम्मेदार —
वर्जन
ग्राम प्रधान पति मनोज कुमार ने बताया कि एक सफाई कर्मी हमारे यहां नियुक्त है और साफ सफाई करता है इधर दो-तीन दिनों से नालिया साफ नहीं हुई है।
वर्जन
ग्राम सचिव आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि एक ही सफाई कर्मी है। 1 तारीख से संचारी रोग शुरू होने जा रहा है इसलिए ब्लॉक पर मैंने टीम बनाने के लिए पहले से ही बोल दिया है टीम गठित की जा रही है 6/7 लोगों की टीम बनाकर एक साथ में नाली साफ करवा दी जाएगी और ब्लीचिंग पाउडर डलवाया जाएगा ताकि आने वाले समय में रोग ना बढ़े वहां पर एक ही सफाई कर्मी है एक सफाई कर्मी कितना कार्य कर लेगा , ग्रामीणों को हर सरकारी कार्य में दिक्कत है अच्छा करे तब भी दिक्कत बुरा करे तब भी दिक्कत।