लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ में महिला के साथ पति द्वारा मारपीट करने पर महिला द्वारा पुलिस को तहरीर देने पर महिला पुलिस कर्मियों के द्वारा बिना तहरीर लिए व बिना चिकित्सीय परीक्षण करवाए ही महिला को स्वयं से इलाज करने की बात कह कर थाने से वापस भेज दिया। पीड़िता ने इंस्पेक्टर को कोतवाली परिसर में मौजूद होने के बावजूद भी फरियाद न सुनने का आरोप लगाया।
पूरा मामला लखीमपुर खीरी के थाना कोतवाली गोला गोकर्णनाथ क्षेत्र अंतर्गत मोहल्ला पश्चिमी दीक्षिताना का है। पीड़िता रूप रानी पत्नी श्री कृष्ण ने बताया कि 13 नवंबर की दोपहर 2:30 बजे विपक्षी अंकुल वर्मा उर्फ सत्या पुत्र अंजेश वर्मा ने पीड़िता व उसकी पुत्री सरोजिनी को लाठी डंडे व लांतो घूंसो से मारा पीटा जिससे पीड़िता की पुत्री सरोजिनी का सिर फूट गया और वह लहू लुहान हो गई।
पीड़िता ने बताया कि विपक्षी उसकी पुत्री सरोजिनी का पति है और वह पीड़िता का मकान व जमीन अपने नाम करवाने का दबाव बनाता है जिस पर मना करने पर विपक्षी आग बबूला हो गया और दोनों को मारने पीटने लगा। पीड़िता ने बताया कि विपक्षी शराबी व जुआरी प्रवृत्ति का व्यक्ति है व आए दिन पीड़िता और उसकी पुत्री को गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी देता है।
पीड़िता काफी बुजुर्ग महिला है और विपक्षी से मार खाने के बाद अपनी बेटी को लहूलुहान स्थिति में थाना कोतवाली गोला लिखित तारीख लेकर गई।
पुलिस से न्याय न मिलने कर इलाज कराने स्वयं पहुंची सीएचसी गोला
पीड़िता का आरोप है कि मामले से संबंधित लिखित तहरीर लेकर जब वह अपनी पुत्री को घायल अवस्था में लेकर गोला कोतवाली परिसर तहरीर देने पहुंची तो कोतवाली में महिला डेस्क पर बैठी महिला पुलिसकर्मी ने पीड़िता की बिना तहरीर लिए और बिना चिकित्सीय परीक्षण कराए ही स्वयं से इलाज करवाने की बात कह कर थाने से वापस भेज दिया। इसके बाद पीड़िता अपनी पुत्री को लहूलुहान स्थिति में लेकर स्वयं से सीएचसी गोला ले जाकर इलाज करवाया।
फिलहाल मामले से संबंधित जानकारी को सोशल मीडिया एक्स प्लेटफार्म के माध्यम से पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा सूचित कर दिया गया जिसके बाद पुलिस विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गोला कोतवाल चंद्रशेखर सिंह को मामले से संबंधित जांच करने के लिए निर्देशित कर दिया गया।