लोकसभा चुनाव में हार के बाद से ‘लापता’ राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने फिर से सक्रिय राजनीति में वापसी की है. तेजस्वी ने लंबे समय के बाद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा, ‘दोस्तों! मैं पिछले कुछ हफ्तों से लिगामेंट और एसीएल इंजरी (घुटनों की चोट) का इलाज कराने में व्यस्त था. हालांकि मैं राजनीतिक विरोधियों और मीडिया के एक धड़े की मसालेदार कहानियों को देखकर मजा ले रहा हूं.’उन्होंने ताबड़तोड़ चार ट्वीट किए.
आरजेडी नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने अपने गायब रहने का कारण बीमारी का इलाज बताया है. उन्होंने विरोधियों पर करार निशाना साधते हुए लिखा है कि मेरी गैर-मौजूदगी में विरोधियों और मीडिया के एक तबके ने इसे लेकर मसालेदार कहानियां गढ़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है.
Friends! For last few weeks I was busy undergoing treatment for my long delayed ligament & ACL injury. However, I’m amused to see political opponents as well as a section of media cooking up spicy stories.
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 29, 2019
आगे उन्होंने कहा, ‘हम उन लोगों के प्रति जिम्मेदार हैं, जो हमको समाजवादी-पंथनिरपेक्ष और सामाजिक न्याय के विकल्प के रूप में देखते हैं. साथ ही मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम यहां हैं और लड़ाई जारी है. हालिया घटनाक्रम से मुझे अलग तरीके से चीजों का अध्ययन करने, विश्लेषण करने और मूल्यांकन करने में मदद मिली.’
तेजस्वी ने ट्वीट कर अपने लौट आने की जानकारी दी
आरजेडी नेता तेजस्वी ने एक्यूट इनसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) यानी चमकी बुखार से पूरे राज्य भर में 170 से ज्यादा बच्चों की हुई मौत पर भी अपना दुःख जाहिर करते हुए लिखा, एईएस के कारण सैकड़ों गरीब मासूम बच्चों की असामयिक हानि के बाद लगातार इस दुखद क्षण में पार्टी के कार्यकर्ताओं, नेताओं से प्रभावित परिवारों का दौरा करने के लिए कहा. आरजेडी के संसद में सवाल उठाने के बाद ही प्रधानमंत्री ने भी कदम उठाए.
Constantly following up the untimely loss of hundreds of poor kids due to AES. In this tragic moment asked party workers,leaders to visit affected families without getting into Photo-OP and MPs to raise it in Parliament & that’s why PM responded. My Dear Bihar!I am very much here
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 29, 2019
जानकारी के लिए बताते चले बता दें कि तेजस्वी यादव शुक्रवार को बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के पहले दिन सदन नहीं पहुंचे थे जिसे लेकर विरोधियों ने उनकी गुमशुदगी पर चुटकी ली थी. दरअसल सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले तेजस्वी पिछले कई दिनों से ट्विटर से गायब थे. उनका आखिरी ट्वीट अपने पिता लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन के मौके पर आया था. उनकी गैरमौजूदगी में पार्टी के नेता लगातार इस सवाल का जवाब देने से बच रहे थे कि तेजस्वी आखिर कहां हैं.