उर्दू को बढ़ाने में ग़ालिब के बाद लता मंगेशकर का बड़ा योगदान : राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान

महमूदाबाद सीतापुर- किसी के इल्जाम से कुछ नही होता कमी अपने अंदर छुपी होती है उर्दू प्यार व मोहब्बत की जुबान है विश्व मे जुबान व नस्ल के आधार पर संगठन खड़े हुए ऐसे में हिंदुस्तान रूह के हिसाब से संगठित होकर जहाँ को एक धागे में पिरोने का काम किया। हमारे मुल्क की खुसूसियत रही है कि अच्छे विचार जहाँ से मिल जाएं उन्हें अपनाया जाए। भारत मे दो हजार साल पहले यहूदी आये इसके बाद ईसाई व फिर पारसियों का आगमन हुआ। देश ने सभी से आत्मा के सम्बंध स्थापित किये।

यह उदगार केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने अंतर्राष्ट्रीय उर्दू की तीसरी कॉन्फ्रेंस के दौरान मौलाना आजाद रूलर यूनिवर्सिटी महमूदाबाद में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये।उन्होंने कहा कि उर्दू को बढ़ाने में ग़ालिब के बाद लता मंगेशकर का बड़ा योगदान है।उन्होंने कहा कि केरल में उर्दू जुबां के तमाम गाने आज भी बजते हैं। राज्यपाल ने कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंशा करते हुए कहा कि उर्दू कांफ्रेंस से ज्यादा कौमी एकता पर महत्व दिया गया यही उर्दू का असली मकसद है। इन्ट्रीगल यूनिवर्सिटी लखनऊ के संस्थापक वसीम अख्तर ने अपने संबोधन में कहा कि पूरे मुल्क में उर्दू भाईचारा बढ़ाने का कार्य कर रही है उन्होंने राज्यपाल से अपने सियासी ताल्लुक़ातों का फायदा डॉ रिजवी के प्रयासों को सफल बनाने में दें जो ज्यादा बेहतर रहेगा।

कार्यक्रम में प्रसिद्ध शायर व गीतकार मंजर भोपाली ने अपनी नज्म प्यार के कटोरे में गंगा का पानी सुनकर मुख्य अतिथि के साथ उपस्थित लोगों की वाहवाही बटोरी। यहाँ गौरतलब है कि दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय उर्दू कांफ्रेंस का उद्घटान सोमवार को मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट में केरल के राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान ने आयोजित भव्य समारोह के बीच किया।इस मौके पर देश के नामचीन विद्वानों के साथ कई महान विभूतियां मौजूद रहीं।केरल के राज्यपाल मोहम्मद आरिफ करीब 5 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे जहा सीता इंटर कॉलेज के घोष दल के छात्रों ने व पॉलीटेक्निक के एन सी सी कैडेटों ने कॉलेज परिसर में स्थापित मौलाना अबुल कलाम आजाद की प्रतिमा तक ले गए और उन्होंने प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।तत्पश्चात मुख्य अतिथि को बैंड बाजे की धुन पर मंच तक लाया गया। कांफ्रेंस के आयोजक डॉ रिज़वी ने संस्था के सहयोगियों के साथ उनका माल्यार्पण कर स्वागत किया। राज्यपाल मोहम्मद आरिफ ने सर्वधर्म के उपस्थित प्रतिनिधियों के साथ दीप प्रज्ववलन कर कांफ्रेंस का विधिवत शुभारंभ किया।

इस मौके पर मुख्य अथिति राज्यपाल ने सीतापुर जनपद के अपर पुलिस अधीक्षक डॉ राजीव दीक्षित की पुस्तक पर्यावरण दर्शन व मस्त हफीज रहमानी की पुस्तक अक्से मारिफ़त का विमोचन कर उन्हें बधाई दी। इस मौके पर डॉ अम्मार रिजवी ने राज्यपाल मोहम्मद आरिफ को कुशल प्रशासक बताते हुए कहा कि आरिफ अपने को मेरा शिष्य बताते हैं ऐसे में वह गुरु दक्षिणा के रूप में मेरी संस्था जो कि रूलर यूनिवर्सिटी के रूप में प्रस्तावित है को मौलाना मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के मानकों के अनुरूप इसे भी मान्यता दिलाने हेतु मेरी सरकार से वार्ता करें और इसे करावें। कार्यक्रम को शारिफ रूदौलवी,अधिवक्ता मधुकर जेटली,जज राजीव सिंह फैज आलम, बहादुर शाह जफर व अवध के नवाब के बंशज पिंस फैजुदींजस्

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