-शत्रुघ्न सिन्हा 6अप्रैल को भाजपा में शामिल होंगे
-जयाप्रदा भाजपा से देगी आजम को टक्कर
-राजबब्बर भी कांग्रेस से सपा की साईकिल पर सवार थे
योगेश श्रीवास्तव
लखनऊ। नेताओं की तरह फिल्मउद्योग से जुड़ी नामीगिरामी हस्तियां भी राजनीति में अपनी निष्ठïा और आस्था बदलने में किसी से पीछे नहीं रही। जो अभिनेता और अभिनेत्रियां कल तक नेताओं की सभाओं और रैलियों में दलों के लिए भीड़ जुटाने का काम करते थे या फिर स्वयं चुनाव लड़ते थे। उनके भी सारे लटके-झटके अब राजनीतिक दलों के नेताओं की तरह ही हो गए है। चाहे वह अमिताभ बच्चन,शत्रुघ्न सिन्हा हो या फिर जयप्रदा। इन सितारों के निष्ठïा बदलने का दौर आजकल में नहीं शुरू बल्कि इसकी शुरूआत तो पहले ही हो चुकी है। जिन अमिताभ बच्चन ने 1984 में इलाहाबाद से कांग्रेस के टिकट पर हेमवती नंदन बहुगुणा पटकनी दी थी वही अमिताभ बच्चन बाद में समाजवादी पार्टी में शामिल भले न शामिल हुए हो लेकिन 2002 के विधानसभा चुनाव मे ंउन्होंने समाजवादी पार्टी के लिए कैम्पेनिग की थी बाद में वे गुजरात में वहां की भाजपा सरकार के ब्रांड एम्बेसडर बन गए।
भाजपा से अपनी राजनीति शुरू करने वाले शत्रुघ्न सिन्हा जो अटल सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे उन्होंने अब कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया है। वे 6अप्रैल को कांग्रेस में शामिल हो रहे है। इसी तरह शराबी फेम जयप्रदा जो दो बार सपा से सांसद रही हाल ही में उन्होंने में भाजपा का दामन थामा और रामपुर से उम्मीदवार बनी। उन्होंने अपनी राजनीति तेलगूदेशम पार्टी से शुरू की थी बाद में सपा की साईकिल पर सवार हुयी।
सपा छोडऩे के बाद वे अमर सिंह के लोकमंच में फिर राष्टï्रीय लोकदल में भी रही और पिछला चुनाव वह बिजनौर से लड़ी थी। कांग्रेस के मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष राजबब्बर भी कांग्रेस का हांथ थामने से पहले सपा की साईकिल से ही संसद पहुंचे थे। कांग्रेस में शामिल होने के बाद लोकसभा के उपचुनाव में उन्होंने सपा उम्मीदवार डिंपल यादव को पराजित किया था। इसी तरह भोजपुरी फिल्मों के अभिेनता रविकिशन जो कभी कांग्रेस के लिए कैम्पेनिग करते थे वे भी अब भाजपा में शामिल हो गये है और उम्मीदवार बनने की चाह में है। इसी तरह भोजपुरी फिल्मों के दूसरे अभिनेता मनोज तिवारी जो 2009 का चुनाव गोरखपुर में सपा से लड़े थे बाद में भाजपा में शामिल हुए और दिल्ली से चुनाव लड़कर संसद पहुंचे। भोजपुरी फिल्मों के ही दूसरे अभिनेता दिनेश कुमार यादव निरहुआ जो पिछले चुनावों में समाजवादी पार्टी के लिए कैम्पेनिग करते थे वे भी भाजपा में शामिल हो गए है।
संभावना है कि उन्हे आजमगढ़ से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। फिल्म अभिनेता संजय दत्त 2009 के लोकसभा चुनाव में लखनऊ सीट से चुनाव लडऩा चाहते थे लेकिन सजायाफ्ता होने के कारण वे चुनाव नहीं लड़ सके। बाद में सपा नेतृत्व ने उन्हे राष्टï्रीय महासचिव बनाकर संगठन में जगह दी। संजयदत्त इससे संतुष्टï नहीं हुए तो कांग्रेस के लिए कैम्पेनिग करने लगे। 2009 के लोकसभा चुनाव में सपा ने जिन मिस इंडिया नफीसा अली को अपना उम्मीदवार बनाया था वे चुनाव हारने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गयी।
हास्य अभिनेता राजू श्रीवास्तव जिनकी निष्ठïा कभी समाजवादी पार्टी में हुआ करती थी वे भी इन दिनों भाजपा में भले न हो लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार ने उन्हे फिल्मबंंधु का अध्यक्ष बना दिया है। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने उन्हे कानपुर से उम्मीदवार बनाया था हालांकि राजू श्रीवास्तव ने सपा का टिकट वापस करते हुए चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया था। 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में अभिनेता विवेक ओबेराय अपने पिता सुरेश ओबेराय के साथ लखनऊ में अटल सरकार की तारीफ करते हुए जमकर चुनाव प्रचार किया।
फिर 8 साल बाद 2012 के विधानसभा चुनाव में उनकी दलीय निष्ठा बदल गयी और वह चौ. अजित सिंह के दल रालोद के साथ हो लिए। इसी चुनाव में अभिनेत्री रवीना टंडन ने भी भाजपा के पक्ष में प्रचार किया 2012 के विधानसभा चुनाव में वह अपनी साथी अभिनेत्री पद्मिनी कोल्हापुरे के साथ ममता बनर्जी की तूणमूल कांग्रेस के लिए कैम्पेनिग की। 2002 के विधानसभा चुनाव में हास्य अभिनेता असरानी डीपी यादव के परिवर्तन दल के साथ खड़े थें और उन्होंने उनके उम्मीदवारों के लिए खूब पसीना बहाया लेकिन फि र 2009 के लोकसभा चुनाव में वह कांग्रेस का झंडा लिए दिखायी दिए। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशियों को जिताने के लिए कई जगह मंच साझा किया।