चलो मिल कर उडाएंगे नियमों की धज्जियां


– फुटपाथ पर मेरा और सडक पर होगा तुम्हारा कब्जा 

गोरखपुर। चलो हम और तुम दोनों मिल कर नियमों की धज्जियां उडाएं। फुटपाथ पर मेरा और सडक पर तुम्हारा कब्जा होगा। हां बशर्ते हमें अपने ठिकाने से निकलने और अंदर जाने में कोई परेशानी ना हो इसका ख्याल तुम्हें रखना होगा। मसलन दक्षिण तरफ ही तुम्हारा अधिकार होगा। 
   खबर के साथ जो तस्वीर है उसे देख कर कमोवेश हर आम आदमी की यही सोच होगी। बात करते हैं बडहलगंज नगर पंचायत क्षेत्र में पडने वाले कोतवाली भवन और यहां के पुलिस व्यवस्था की। जिस पुलिस पर नियमों का पालन कराने का दारोमदार है आज वही नियमों के उल्लंघन में कटघरों में खडी है। सूबे के मुखिया भले ही भूमाफियाओं को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई में जुटे हैं मगर पुलिस के खिलाफ कौन कार्रवाई करेगा।

कोरोना संक्रमण काल में बंदी का भरपूर फायदा उठाते हुए पुलिस ने सडक की पटरी पर ही अपना कब्जा जमा लिया। इतना ही नहीं नगर पंचायत द्वारा निर्मित नाला भी अब कोतवाली के कब्जे में आ गई है। कोतवाली भवन के सुंदरीकरण के दौरान पुलिस ने पुराने बाउंड्रीवाल को तोड कर गेट के दोनों तरफ मुख्य मार्ग की पटरी तक लोहे की ग्रिल लगवा दी है। जबकि इससे पूर्व यहां पर गरीब व छोटे पटरी व्यवसायी सब्जी की दुकान लगाते थे।

लाकडाउन में छूट मिलने के बाद जब दुकानदार यहां पहुंचे तो उनकी जगह थाने के रकबे में मिलायी जा चुकी थी। कुछ दिन तो पटरी व्यवसायी नए ठौर की तलाश में इधर उधर भटकते रहे फिर बाद में क्या समझौता हुआ कि अब वे सडक पर दुकानें लगाने लगे हैं। ताज्जुब की बात यह है कि इंच इंच नजूल की भूमि कब्जामुक्त कराने वाला नगर पंचायत प्रशासन भी इसे लेकर खामोश है। अब राहगीर कहां चलेंगे इसका जवाब किसी के पास नहीं है। उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के मीडिया प्रभारी विंध्याचल जायसवाल ने शासन को पत्र भेज कर मामले से अवगत कराया है। उन्होंने कहा है कि नगर पंचायत द्वारा ग्रिल व लोहे का राड लगाकर थाने के पक्ष में अवैधानिक रूप से सभी नियमों व कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए फुटपाथ पर व्यवसाय करने वालों को भुखमरी के कगार पर पहुंचा दिया गया। ऐसे में फुटपाथ व्यवसायियों का अधिकार पर मानवीय सवाल खडा हो गया है। 
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पुलिस ने किया था जमीन खाली करने का वादाः नगर पंचायत
नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि वीरू सोनकर ने कहाकि जब पुलिस फुटपाथ की जमीन पर ग्रिल लगवा कर कब्जा कर रही थी तो उन्होंने इस पर आपत्ति जताई थी। तब पुलिस ने कहा था कि जब नगर पंचायत को जरूरत होगी तो वे कब्जा खाली कर देंगे। भविष्य में सडक के चैडीकरण की योजना है। तब कब्जा हटवा दिया जाएगा। 
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कागज देखना पडेगा कि जमीन किसकी हैः एसडीएम
उपजिलाधिकारी गोला राजेंद्र बहादुर ने कहाकि जहां तक मेरी जानकारी है कि ग्रिल कोतवाली की जमीन में लगा है मगर जब नगर पंचायत अध्यक्ष के बयान के बारे में बताया गया तो उन्होंने कहाकि कागज देखना पडेगा कि जमीन किसकी है। यदि नगर पंचायत की जमीन पर कब्जा है तो हटवाया जाएगा। 

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