
मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 19 प्रमुख धार्मिक स्थलों पर आज से शराबबंदी लागू करने का निर्णय लिया है। यह कदम धार्मिक मान्यताओं और स्थानीय संस्कृति को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। राज्य की धार्मिक आस्था को बनाए रखने के लिए यह निर्णय महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इन 19 स्थलों में प्रमुख तीर्थ स्थल जैसे कि उज्जैन (महाकालेश्वर), सांची, अमरकंटक, और कान्हा-बांधवगढ़ जैसे प्रसिद्ध स्थान शामिल हैं। शराबबंदी का यह निर्णय स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है।
सरकार ने इस आदेश के तहत स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया है कि वे इस नियम के पालन को सुनिश्चित करें। साथ ही, यह भी स्पष्ट किया गया है कि शराबबंदी का उल्लंघन करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस निर्णय का स्वागत करते हुए स्थानीय धर्मगुरुओं और जन प्रतिनिधियों ने कहा है कि इससे धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनी रहेगी और श्रद्धालुओं को एक बेहतर माहौल में अपने धर्मिक कर्तव्यों का पालन करने का अवसर मिलेगा।
यह शराबबंदी सरकार की उन पहलों का हिस्सा है, जिनका उद्देश्य सामाजिक सुधार और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। राज्य की जनता ने इस निर्णय का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे प्रदेश में शराब के दुरुपयोग को कम करने में मदद मिलेगी।