
भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। पश्चिम उत्तर प्रदेश के सबसे थानों में से एक लिसाड़ीगेट में कई हथियार फैक्ट्री मिलने के बाद पुलिस आज सुबह से ही पुलिस अपराधियों का वेरिफिकेशन कर रही है। 300 से ज्यादा अपराधियों के वेरिफिकेशन के लिए डेढ़ सौ पुलिसकर्मियों की 24 टीम लगाई गई है।
मंगलवार दिन निकलने से पहले ही पुलिस अपराधियों के घर पहुंच गई। जिसके बाद अपराधियों के घर पर हड़कंप मच गया। मामला थाना लिसाड़ी के क्षेत्र का है। जहां कुख्यात अपराधियों का बसेरा माना जाता है ।इस थाना क्षेत्र में अपराधियों की फेहरिस्त काफी लंबी है। हाल ही में पुलिस ने इसी थाना क्षेत्र में दो हथियार फैक्ट्री पकड़ी थी। जिसके बाद कई लोगों को जेल भेज दिया गया। लेकिन अब पुलिस एक्शन मोड में नजर आ रही है। इलाके के सीओ अरविंद चौरसिया ने सुनियोजित तरीके से अपराधियों की वेरिफिकेशन की रणनीति तैयार कर डाली। आज सुबह दिन निकलने से पहले ही पुलिस अपराधियों के घर पर पहुंच गई। कुछ अपराधी अपने घर में ही मिल गए। जिन्हें गिरफ्तार करके थाने ले जाया गया। वही अपराधियों के घर पर पुलिस की दबिश से हड़कंप मच गया। पुलिस अधिकारियों की माने तो जो अपराधी अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद फरार हैं, उनकी फेहरिस्त तैयार की गई है। जिसके आधार पर उनके घर पर दबिश दी जा रही हैं। उन अपराधियों का स्टेटस खंगाला जा रहा है। ताकि अपराधियों में कानून का खौफ पैदा हो वारदातों पर लगाम लगाई जा सके।
यह बोले सीओ कोतवाली
सीओ अरविंद चौरसिया ने बताया, थाना लिसाड़ीगेट पर गोकशी, लूट, नकबजनी, चोरी, डकैती आदि अभियोगो के 300 अपराधियों का सत्यापन किया गया, जिसमें पांच थानों के पुलिस फोर्स से 24 टीमें बनाई गई। प्रत्येक टीम में एक उपनिरीक्षक, एक बीट कांस्टेबल, एक महिला कॉन्स्टेबल, तीन आरक्षी को लगाया गया। प्रत्येक टीम में 05 पुलिस कर्मी थे। इस तरह से लगभग डेढ़ सौ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी द्वारा अभियुक्त गणों के घर पर जाकर उनकी वर्तमान स्थिति व उनका सत्यापन किया गया।

घर पर मिले 182 अपराधी
सत्यापन में 182 अपराधी घर पर मौजूद मिले, 85 अपराधी बाहर काम पर गए, 21 अपराधी का सत्यापन नहीं हो सका जो लापता थे और 12 अपराधियों को थाने पर लाकर सत्यापन किया गया। इस तरह से कुल 300 अपराधियों का सत्यापन किया गया।















