उत्तर प्रदेश में अमेठी की नव निर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी के करीबी पूर्व प्रधान सुरेन्द्र सिंह की जामो क्षेत्र में मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी । पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि बरौला गांव के पूर्व प्रधान सुरेन्द्र सिंह की हथियारबंद बदमाशों ने शनिवार देर उनके घर में घुस कर गोली मार दी। हमलावर मोटरसाइकिल से आये थे। पूर्व प्रधान काे गंभीर हालत में लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया।
इस बीच बताते चले अपने करीबी पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की अंतिम यात्रा में अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने अर्थी को कंधा दिया स्मृति अमेठी पहुंचकर अपने करीबी पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं। शव को अंतिम विदाई देने के लिए सुरेंद्र सिंह के गांव में लोगों की भीड़ उमड़ गई है। बता दे सुरेंद्र स्मृति ईरानी के करीबी माने जाते थे। उन्होंने स्मृति की जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी। वही सुरेंद्र के बेटे ने इस मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर शक जताया है।
#WATCH BJP MP from Amethi, Smriti Irani lends a shoulder to mortal remains of Surendra Singh, ex-village head of Barauli, Amethi, who was shot dead last night. pic.twitter.com/jQWV9s2ZwY
— ANI (@ANI) May 26, 2019
Son of Surendra Singh, ex-village head of Barauli, Amethi who was shot dead y'day: My father was a close aide of Smriti Irani&used to campaign 24/7. After she became MP, Vijay Yatra was carried out. I think some Congress supporters didn't like it,we have suspicions on some people pic.twitter.com/JKeWj2RsMo
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 26, 2019
बेटे ने लगाये कांग्रेस पर आरोप
अभय ने आगे कहा, ‘हमने हमलावरों को तो नहीं देखा लेकिन इतना साफ है कि इसमें कांग्रेस पार्टी शामिल है. मेरे पिताजी ने काफी सक्रियता से स्मृति ईरानी के लिए प्रचार किया था और इस बूथ से बीजेपी को अच्छे वोट भी मिले थे.’ अभय ने कहा कि ‘मेरे पिता स्मृति ईरानी के प्रचार में चौबीसों घंटे लगे रहते थे. स्मृति ईरानी की जीत के बाद उन्होंने विजय यात्रा भी निकाली थी. मुझे लगता है कांग्रेस कार्यकर्ताओं को यह बात पसंद नहीं आई. हमें कुछ लोगों पर संदेह है.
अमेठी में स्मृति ईरानी के करीबी की हत्या से सियासत गरमा गई है। इस हत्याकांड से कांग्रेस सवालों में घिर गई है। वही इस मामले में डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, ‘हमें घटना के अहम सुराग मिले हैं। 7 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। हमें विश्वास है कि अगले 12 घंटे में केस की गुत्थी सुलझा ली जाएगी।पीएसी की तीन कंपनियां तैनात की गई हैं। कानून व्यवस्था का कोई मुद्दा नहीं है।’