भोपाल : MP में मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस खत्म होता नजर आ रहा है। कांग्रेस मध्य प्रदेश की कमान कमलनाथ को हाथों में सौंपने जा रही है, हालांकि इसका औपचारिक ऐलान फिलहाल नहीं किया गया है। इसके अलावा राजस्थान और छ्त्तीसगढ़ में भी सीएम के चेहरे पर मंथन चल रहा है।
इसको लेकर कांग्रेस विधायक दल की चल रही बैठक खत्म हो गई है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस विधायक दल के नेता कमलनाथ चुने गए हैं। लेकिन इसकी अधिकारिक घोषणा राहुल गांधी करेंगे। विधायकों ने सीएम का नाम तय करने फैसला आलाकमान राहुल गांधी पर छोड़ा है। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार दोपहर राजभवन में प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से भेंट कर उनके समक्ष राज्य में पार्टी की सरकार बनाने का दावा पेश किया।
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजभवन में राज्यपाल से भेंट की और मध्यप्रदेश में पार्टी की सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, अरूण यादव एवं विवेक तन्खा भी मौजूद थे।
गौर हो कि मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए 230 सीटों के लिए चुनाव में इस बार किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला, जिसके चलते राज्य में त्रिशंकु विधानसभा बनी। कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। हालांकि सरकार बनाने के लिए उसके पास दो सीटों की कमी थी। कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए बीएसपी के दो, सपा के एक और चार निर्दलीय विधायकों का साथ मिल गया। जिससे उसके समर्थन में 121 विधायक हो गए। सरकार बनाने के लिए 116 विधायकों की जरूरत थी। जो पूरी हो गई। वहीं 15 साल से प्रदेश की सत्ता पर काबिज बीजेपी 109 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही।