सत्रहवीं लोकसभा का चुनावी महासमर सात चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई के बीच होगा और सभी सीटों के लिए मतगणना 23 मई को की जायेगी। आँध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभाओं के चुनाव भी लोकसभा चुनाव के साथ होंगे लेकिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव राज्य की सुरक्षा स्थिति को देखते हुए अभी नहीं कराये जायेंगे
। चुनावी महाकुंभ का आज बिगुल बजते ही आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गयी है। बताते चले लोक सभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही राजनीतिक दलों ने अपना चुनावी अभियान और तेज़ी से कर दिया है. इस चुनाव को लेकर भाजपा के तेजी से अपने चुनावी अभियान को और भी तेज कर दिया है. इस बीच खबर है कि उत्तर प्रदेश के कई वर्तमान सांसदों के टिकट काटने पर भारतीय जनता पार्टी में मंथन चल रहा है. साथ ही कई केंद्रीय मंत्रियों के टिकट इधर से उधर हो सकते हैं. अब खबर है कि लखनऊ से सांसद और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस बार गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) संसदीय सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.
राजनाथ सिंह लखनऊ से सांसद हैं और इस बार वह नोएडा से चुनाव लड़ सकते हैं. ऐसे में प्रतिष्ठित गौतम बुद्ध नगर संसदीय सीट से वर्तमान सांसद और केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को राजस्थान के अलवर से पार्टी का प्रत्याशी बनाया जा सकता है. अगर राजनाथ इस बार नोएडा से चुनाव लड़ते हैं तो वह लगातार तीसरी लोकसभा का चुनाव अपनी तीसरी नई सीट से लड़ेंगे. वह 2009 में गाजियाबाद और 2014 में लखनऊ से लड़ चुके हैं.
सत्ता विरोधी लहर से बचाने की कवायद
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच गठबंधन को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह राज्य में सत्ता विरोधी लहर से बचाने के लिए कई सांसदों को टिकट नहीं देने के अपने आजमाए गए फॉर्मूले के तहत काम कर रहे हैं.
बीजेपी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी नेतृत्व और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से स्थानीय स्तर पर कराए गए शुरुआती सर्वेक्षण में गौतम बुद्ध नगर की ग्रामीण आबादी में पार्टी के प्रति गुस्सा है, जोकि इस संसदीय क्षेत्र की कुल आबादी का 40 फीसदी है. संसदीय क्षेत्र में नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों के विधानसभा क्षेत्र खुर्जा, सिंकदराबाद और जेवर आते हैं.