मुंबई. भाजपा और शिवसेना के बीच लम्बे समय से चल रही खींचतान पर ब्रेक लग गया है. इन दोनों दलों में लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन पर सहमति बन गई है। गठबंधन की औपचारिक घोषणा सोमवार शाम हो सकती है। शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि इसके लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से भाजपा 25 और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
माना जा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी 25 और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पालघर सीट छोड़ने के लिए बीजेपी अब तैयार है। लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा चुनावों में भी सीटों का बंटवारा लगभग तय है। मुख्यमंत्री पद को लेकर मामला थोड़ा अटका है। शिवसेना का कहना है विधानसभा चुनाव में किसी की भी सीटें ज्यादा आएं, लेकिन मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अपनी सीट इतनी आसानी से शिवसेना को कैसे दे देंगे, फिर भी बीजेपी ने ढाई-ढाई साल का फॉर्म्युला शिवसेना के सामने रखा है।
दरअसल, शिवसेना की इस भूमिका को बीजेपी इस नजर से देख रही है कि उन्हें (शिवसेना को) अगली सरकार में मालदार मंत्री पद चाहिए, जैसे- पिछली आघाड़ी सरकार में एनसीपी ने कांग्रेस के साथ किया था। मुख्यमंत्री कांग्रेस का था और मलाईदार मंत्री पद एनसीपी के पास था। कुल मिलाकर यह निश्चित हो गया है कि बीजेपी-शिवसेना मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हालांकि इसकी अधिकृत घोषणा अभी बाकी है।
2014 का लोकसभा चुनाव दोनों दलों ने साथ लड़ा था। इस चुनाव में भाजपा 24 और शिवसेना 20 सीटों पर लड़ी थी। उस वक्त गठबंधन में शामिल राजू शेट्टी की स्वाभिमानी पक्ष को दो सीटें मिली थीं। जबकि, एक-एक सीट राष्ट्रीय समाज पक्ष और रामदास अठावले की आरपीआई को दी गई थी। शेट्टी गठबंधन से अलग हो गए हैं। हालांकि, इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना एनडीए से अलग हो गई, लेकिन चुनाव नतीजों के बाद उसने भाजपा काे समर्थन दिया और गठबंधन सरकार बनी। हालांकि, दोनों दलों के बीच रिश्ते पिछले पांच साल में तनावपूर्ण रहे हैं। शिवसेना कई बार यह खुलकर कह चुकी थी कि वह 2019 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी।
बताया जा रहा है कि भाजपा पालघर लोकसभा सीट छोड़ने के लिए तैयार है। 2018 में इस सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की थी। यह सीट भाजपा सांसद चिंतामन वनगा के निधन से खाली हुई थी। हालांकि, उनके बेटे श्रीनिवास वनगा ने शिवसेना के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उन्हें भाजपा के राजेंद्र गावित ने हरा दिया।