लिवर ट्रांस प्लांट के लिए आया था युवक
लखनऊ । लखनऊ के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) परिसर के कॉरिडोर में शनिवार की सुबह फांसी के फंदे से एक मरीज का शव लटका मिलने से हड़कम्प मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से नीचे उतारकर मामले की जांच शुरु कर दी।
पुलिस के मुताबिक
पीलीभीत का रहने वाला मरीज नितिन तिवारी लिवर ट्रांस प्लांट के लिए 19 दिसम्बर को भर्ती हुआ था। शनिवार की सुबह उसका शव परिसर के कॉरिडोर में फांसी के फंदे से लटका मिला। एसपीजीआई में मरीज के फांसी लगाने की सूचना मिलने पर पूरे स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पीजीआई थाना पुलिस ने अस्पताल कर्मियाें की मदद से शव को नीचे उतारकर कब्जे में ले लिया और मामले को लेकर पूछताछ शुरु कर दी। मृतक की पत्नी का कहना है कि देर रात तक वह अपने पति का पैर दबा रही थी। सुबह करीब साढ़े तीन बजे पति शौच जाने की बात कहकर निकले तो वापस नहीं लौटे। इसी बीच उसकी आंख लग गयी। सुबह बेड पर पति को न पाकर वह बाहर निकली तो देखा कि नितिन तिवारी का शव कॉरिडोर से फांसी पर लटक रहा है। इधर घटना की जानकारी पर स्वास्थ्य एसपीजीआई में मौजूद डॉक्टर भी पहुंच गए है।
थाना प्रभारी प्रभारी रवीन्द्र नाथ राय का कहना है कि तहकीकात व मृतक की पत्नी से पूछताछ में यही पता चला है कि नितिन लिवर प्लांट को लेकर अवसाद में चल रहा था। इसी के चलते उसने यह कदम उठाया है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच करायी जा रही है।