राजधानी में आम लोगों की सहूलियत के मुताबिक लखनऊ जिले की पांच तहसीलों को शहर के अलग- अलग क्षेत्रों में स्थापित किया गया है।सरोजनी नगर तहसील का अपना निजी परिषर न होने की वजह से तहसील कर्मियों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता था।समस्याओं के निदान के लिये 2019 में सरोजिनी नगर तहसील को निजी नवीन भवन की शौगत मिली। उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ को इस नवीन भवन निर्माण की जिम्मेदारी दी गई थी।निर्माण के समय भवन निर्माण कार्य की गुणवत्ता को परखने के लिए समय-समय पर उच्च अधिकारियों ने निर्माण का जायजा भी लिया था।निर्माण के बाद महज चार साल के भीतर तहसील का नवीन भवन धीरे धीरे जर्जर होता दिखाई पड़ रहा है।परिसर के अंदर बनाई गई सड़कें जगह जगह फटना शुरू हो गई हैं यही नहीं परिसर के पिलर से जुड़ी दीवारें भी फट रही हैं। खिड़कियों पर लगे शीशे भी एक एक कर टूटते जा रहे हैं।
साफ सफाई और गंदगी पर नहीं है कर्मचारियों का ध्यान
बिजनौर स्थित सरोजनी नगर तहसील के नये परिसर के रख रखाव का जिम्मा सम्भालने वाले कर्मचारी आंखो पर पट्टी बांध कर बैठे हैं।।बारिश के समय पैदा हुई घास की सफाई ना होने के कारण परिसर में जगह जगह बेशुमार झाड़ियां फैली हुई हैं।साफ सफाई पर भी विशेष ध्यान नहीं दिया जाता जिससे तहसील परिसर में कूड़े के ढेर कई जगह देखे जा सकते हैं।परिसर के अन्दर दीवारों पर गुटखे और पान के दाग भी बेशुमार हैं लेकिन संबंधित कर्मचारियों के पास समुचित प्रबंध करने का समय नहीं है।
सुरक्षा संबंधित नहीं है पुख्ता इंतजाम,पेय जल की समुचित व्यवस्था का अभाव
तहसील की सुरक्षा के लिये जरूरी मानकों को भी ध्यान में नहीं रखा गया है।परिसर में एक भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं जबकि परिसर के अंदर से वाहन चोरी की दर्जनों घटनाएं घट चुकी हैं।सुरक्षा कर्मी भी अपनी ड्यूटी से नदारद रहते हैं।पीने के पानी का भी परिसर में पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया हैं। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलेश प्रताप सिंह ने बताया कि सुरक्षा के तहत कैंपस में कैमरे लगवाने और परिसर की साफ सफाई के लिये उपजिलाधिकारी समेंत उच्चाधिकारियों से वार्ता की गयी है जल्दी ही निस्तारण का आश्वासन दिया गया है। तहसील पर तैनात उपजिलाधिकारी सचिन वर्मा ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे लगवाने की सहमति भेजी गयीं है,परिसर के अंदर की समस्याओं को जल्दी ही निस्तारित किया जाएगा।