लखनऊ। पीजीआई के यूरोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांटेशन विभाग द्वारा शुक्रवार से रविवार के बीच तीन दिवसीय “यूरो-ऑन्कोलॉजी में ऑपरेटिव वर्कशॉप और इनोवेशन” का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विभाग के पूर्व छात्र भी शामिल हुए। मीट में यूरो-ऑन्कोलॉजी में हूई अभूतपूर्व प्रगति का प्रदर्शन किया गया और इंटरैक्टिव सत्रों, उच्च कोटि के सर्जिकल प्रदर्शनों के लिए एक मंच प्रदान किया गया।
कार्यशाला में दुनिया भर से 300 से अधिक प्रतिनिधि ज्ञान और विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करने के लिए एकत्रित हुए। उपस्थित लोगों को ज्ञानवर्धक सत्रों में शामिल किया गया जिसमें अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल थे, जिससे व्यावहारिक चर्चाओं को बढ़ावा मिला।
कार्यशाला का एक मुख्य आकर्षण क्षेत्र के अग्रणी विशेषज्ञों द्वारा रोबोटिक, लेप्रोस्कोपिक और पारंपरिक विधियों सहित अत्याधुनिक सर्जिकल तकनीकों का प्रदर्शन था।इन प्रदर्शनों ने न केवल यूरो-ऑन्कोलॉजिकल सर्जरी में नवीनतम प्रगति का प्रदर्शन किया बल्कि प्रतिभागियों को सर्जिकल इन्टरवेन्शन के भविष्य हेतु व्यावहारिक अंतर्दृष्टि भी प्रदान की।इस कार्यक्रम में सम्मानित पूर्व छात्रों द्वारा वृक्षारोपण किया गया। इसके अतिरिक्त, उद्घाटन समारोह में राष्ट्रगान की भावपूर्ण प्रस्तुति और नेशनल ब्लाइंड अकादमी के सदस्यों का अभिनंदन भी शामिल था।
उद्घाटन समारोह में संस्थान के निदेशक डा० आर के धीमन की गरिमामय उपस्थिति रही जो समारोह के मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसजीपीजीआई के डीन डा० शालीन कुमार ने की।आयोजन अध्यक्ष डा० एमएस अंसारी,आयोजन सचिव डा० उदय प्रताप सिंह और सह-आयोजन सचिव डा० संजय के सुरेका ने कार्यशाला की सफलता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।