प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ”मेरा बूथ सबसे मजबूत अभियान” के तहत गुरुवार को देशभर के भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद किया। इसी क्रम में प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के 92 जनपदों (संगठनात्मक) के कार्यकर्ताओं के मन की बात से रुबरु हुए। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम मंत्री अपने तय जिलों में पहुंचकर कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी के इस महासंवाद कार्यक्रम का हिस्सा बने। बताते चले आगामी लोग सभा चुनाव के बस बस कुछ ही दिन बचे है. इस बीच भाजपा सरकार चुनाव जीतने के लिए हर तरह की कोसिसे कर कर रही है.
इस बीच लोकसभा चुनाव में एनडीए कुनबे को एकजुट रखने की कवायद में जुटी बीजेपी उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकती है. यह फेरबदल दोनों अहम सहयोगी अपना दल व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को साधने की एक कोशिश कहा जा रहा है. यह भी बात सामने आ रही है कि मंत्रिमंडल में बदलाव के लिए बीजेपी अपने कोटे के 6 मंत्रियों को हटा सकती है. हटाए जाने वाले मंत्रियों की लिस्ट एक महीने से तैयार है.
योगी मंत्रिमंडल में फेरबदल पिछले कई महीनों से लंबित है
लेकिन अब यह काम जल्द हो सकता है. लेकिन विस्तार के समय को लेकर बीजेपी फ़िलहाल असमंजस में है. बीजेपी यह तय नहीं कर पा रही है कि यह काम लोकसभा चुनाव से पहले करना है या बाद में. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले दोनों सहयोगियों की नाराजगी दूर करने की तैयारी की जा रही है.
गौरतलब है कि ओमप्रकाश राजभर ओबीसी आरक्षण में बंटवारे के लिए सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करने पर अड़े हैं. उनकी दूसरी मांग अपने विभाग में बदलाव की है. लेकिन बीजेपी ओबीसी आरक्षण में बंटवारा लोकसभा चुनाव से पहले नहीं कर सकती, लिहाजा राजभर दूसरी मांग को मानने के लिए तैयार है. इसी तरह अपना दल को साधने के लिए बीजेपी उसके एक सदस्य को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे सकती है.
इस वजह से नहीं तय हो रह विस्तार का समय
दरअसल बीजेपी को डर है कि लोकसभा चुनाव से पहले मंत्रिमंडल में विस्तार से उसे नुकसान हो सकता है. जिन मंत्रियों को हटाया जाएगा उसकी जाति के लोग नाराज हो सकते हैं. जिसका खामियाजा बीजेपी को चुनाव में उठाना पड़ सकता है. इसी कारन पार्टी लोकसभा चुनाव तक कोई सरदर्दी मोल लेना नहीं चाहती.