लखनऊ। इसरों का मिशन चंद्रयान-3 आज यानी कि बुधवार शाम को लैंड करेगा। जो भारत के लिए बेहद खास दिन है, लेकिन उससे भी कही ज्यादा खास दिन लखनऊ वालों के लिये है, क्योंकि चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग यूपी की राजधानी लखनऊ से नाता रखने वाली भारत की ‘रॉकेट वूमन’ के नाम से मशहूर लखनऊ की बेटी डॉ. रितु कारिधाल के कंधों पर है। अगर भारत इस मिशन में सफल रहा, तो चांद के साउथ पोल पर उतरने वाला पहला देश होगा। आपको बता दें कि चंद्रयान-3 के लैंडिंग का समय आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंड करेगा। इसे 14 जुलाई को 3 बजकर 35 मिनट पर आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था।
इस मिशन से जुड़ी खास बात तो ये है कि इसकी कमान यूपी की बेटी डॉ. रितु कारिधाल ने अपने हाथों में संभाल रखी है। जो चंद्रयान-3 की मिशन डायरेक्टर हैं। डायरेक्टर डॉ. रितु कारिधाल लखनऊ के राजाजीपुरम की रहने वाली हैं। जिनके दवारा श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 अंतरिक्ष के लिए रवाना किया गया था। इस मिशन को कामयाब बनाने के लिये डायरेक्टर रितु ने, जी जान लगाकर दिनों-रात खूब मेहनत की। चंद्रयान-3 के सफल लॉन्चिंग के बाद उन्होंने अपने भाई से कहा- था कि अभी पहला कदम आगे बढ़ा है, लेकिन जिंदगी की असली परीक्षा अभी बाकी है। जिसके लिये अभी और मेहनत करनी बाकी है।
वहीं अपनी स्टूडेट की तारीफ करते ना थकने वाली प्रो.पूनम टंडन ने बताया, रितु की शुरुआती शिक्षा लखनऊ के नवयुग कन्या इंटर कॉलेज में हुई। जिसके बाद रितु ने लखनऊ विश्वविद्यालय से 1994 से 1996 तक MSC की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने डॉ. मनीषा गुप्ता के अंडर में पीएचडी में दाखिला लिया। इसी बीच उनका चयन GATE में हो गया। फिर वो IISC बेंगलुरू चली गई। आगे चलकर उनका सिलेक्शन ISRO में हो गया। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी बताया कि न ये केवल लखनऊ विश्वविद्यालय के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए ये गोल्डन डे हैं। क्योंकि ये गर्व की बात है कि लखनऊ विश्वविधालय से पढ़ी हुई बेटी एक छोटे और साधारण परिवार से पढ़ी-लिखी बेटी ने अपनी मेहनत से आज वो मुकाम हासिल किया दिखाया है जिसके बारे में कभी किसी ने सोचा भी नहीं होगा। ऐसी बेटी पर आज भारत देश को नाज हैं। LU की स्टूडेंट्स होने के साथ उनका कम्युनिकेशन काफी लाजवाब रहा। डायरेक्टर रितु कारिधाल एक साइंटिस्ट के रूप में दूसरों के लिये गाइड और मोटिवेटर जेसी वूमेन बनकर आज पूरे देश में छाई हुई हैं। जो सभी स्टूडेंट्स के दिलों में एक प्रेरणास्रोत बनकर उतरी हैं।”