लखनऊ। इन्स्टीट्यूशन ऑफ़ इन्जीनियर्स (इंडिया) की गत दिवस हैदराबाद में सम्पन्न कौंसिल की बैठक में लखनऊ के श्री वी.बी. सिंह संस्था के नेशनल प्रेसीडेंट चुने गए। श्री वी.बी. सिंह के नेशनल प्रेसीडेंट चुने जाने पर पूरे उत्तर प्रदेश के अभियन्ताओं में ख़ुशी की लहर है क्योंकि 28 वर्ष बाद प्रदेश को यह गौरव मिला हैं। इन्स्टीट्यूशन ऑफ़ इन्जीनियर्स देश की सर्वोच्च तकनीकी संस्था है जिसका गठन वर्ष 1920 में हुआ था और किंग जार्ज पंचम ने वर्ष 1935 में रायल चार्टर प्रदान किया था। विभिन्न विभागों में कार्यरत पौने तीन लाख ग्रेजुएट इन्जीनियर संस्था के सदस्य हैं। श्री वी.बी. सिंह ने आई.आई.टी., रुड़की से सिविल इन्जीनियरिंग में बी.टेक. करने के पश्चात उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन में अपनी सेवाएं प्रारम्भ की और मुख्य अभियंता पद तक की जिम्मेदारी निभाई।
यूपी के पॉवर सेक्टर के अभियंता रहे वी पी सिंह के अध्यक्ष बनने पर यूपीपीसीएल के इंजीनियर्स में हर्ष
श्री सिंह वर्तमान में एस.एम.एस. इन्जीनियरिंग इंस्टीट्यूट में एडजंक्ट प्रोफेसर के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। साथ ही यू.पी.बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन एवं बाबा साहब भीमराव अम्बेदकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय की बिल्डिंग कमेटी के सदस्य हैं। पूर्व में वह 20 वर्षों तक रुड़की विश्वविद्यालय सीनेट एवं तीन वर्षों तक बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैलियो-साइंसेज की फाइनेंस एण्ड बिल्डिंग कमेटी के सदस्य भी रह चुके हैं। श्री वी.बी. सिंह इससे पूर्व संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं यूपी स्टेट सेन्टर के मानद सचिव व अध्यक्ष भी रह चुके है। श्री सिंह विदेशों में जैसे अमेरिका आदि में भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। इस अवसर पर आल इंडिया पावर फेडरेशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र दुबे, यू.पी. स्टेट ब्रिज कारपोरेशन के पूर्व प्रबन्ध निदेशक मसर्रत नूर खान, यू.पी. इन्जीनियर्स एसोसिएशन के महासचिव आशीष यादव एवं अन्य वरिष्ठ अभियन्ताओं ने श्री वी.बी. सिंह को हार्दिक बधाई दी।