मध्यप्रदेश के कर्मठ मुख्यमंत्री मोहन जी, आज मध्यप्रदेश के कई विषयों को लेकर आए हैं उनसे भेंट हुई। आज मैंने सारे अधिकारियों को बुलाकर तत्काल चर्चा की, जैसा उन्होंने बताया प्रधानमंत्री जी श्री अन्न को प्रोत्साहित करने का आह्वान है मोटे अनाज के फायदे हम सब जानते हैं। मध्यप्रदेश में कोदो-कुटकी ये मोटे अनाज के रूप में विशेषकर आदिवासी क्षेत्र में होता है। अभी तक मिनिमम सपोर्ट प्राइज पर कोई खरीद, कोदो-कुटकी की नहीं होती थी अब हमने 4 हजार 290 रुपए जो रागी का समर्थन मूल्य है उसी पर कोदो-कुटकी की खरीदी करने का फैसला किया है। ताकि श्री अन्न को हम बढ़ावा दे सकें और आदिवासी भाई-बहनों को उचित दाम मिल सके।
मूंग की खरीदी की अनुमति अभी भारत सरकार ने मध्यप्रदेश को दी है, समर मूंग काफी होता है। माननीय मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि, मूंग भारी मात्रा में उत्पादित हुआ है तो उस विषय को भी हम गंभीरता से देख रहे हैं।
मध्यप्रदेश ने एक काम बहुत अच्छा किया है, मोहन जी उस काम को बहुत तेज़ी से आगे बढ़ा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने कहा है कि, पर ड्रॉप मोर क्रॉप तो मध्यप्रदेश केनाल क्रिएशन छोड़कर प्रेशराइज़ पाइप वाली प्रणाली अपनाई है जो देश में एक उदाहरण है लेकिन वहां हम क्या करते हैं कि, ढाई एकड़ के चक के सामने एक आउटलेट देते हैं अब उसमें ड्रिप और स्प्रिंकल का सिस्टम अगर किसान लगा लें तो उसे बहुत फायदा होगा और वह ज्यादा से ज्यादा सिंचाई कर पाएगा। उन्हें मुख्यमंत्री जी ने ये कहा है कि, मध्यप्रदेश के टारगेट बढ़ाना चाहिए तो मध्यप्रदेश बहुत अच्छा काम कर रहा है इस क्षेत्र में, इस पर भी निश्चित तौर पर हम कार्यवाही करेंगे।
एक छिंदवाड़ा जिला छूट गया था, पीएम जनमन योजना में वहां भारिया नाम की एक जनजाति रहती है तो उसके बारे में भी चर्चा हुई तो जनमन योजना में उन्हें भी जोड़ने का काम करेंगे।
कुछ और महत्वपूर्ण विषय मुख्यमंत्री जी ने यहां विभाग के सामने रखे हैं। मध्यप्रदेश और देश के विकास के लिए हम लोग कटिबद्ध है। मुख्यमंत्री जी ने जो भी विषय रखें है उन्हें बहुत गंभीरता से लिया है और तत्काल हमने फैसले किए हैं। कई फैसले ऐसे हैं जिन पर नीतिगत विचार करेंगे। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विकसित भारत के लिए मध्यप्रदेश विकसित बनें तो कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय मध्यप्रदेश को पूरा सहयोग करेगा।