महाकुम्भ : कड़ाके की ठंड में भी… रोज 51 घड़ों से नहाते हैं हठयोगी नागा सन्यासी

महाकुम्भ क्षेत्र में ईश्वर की साधना में लीन हठयोगी नागा बाबा प्रमोद गिरी महाराज प्रतिदिन भोर में 51 घड़ों से लाए गए गंगा जल से प्रतिदिन स्नान कर रहें है। वह पतित पावनी मां गंगी रेती पर सेक्टर बीस में स्थित श्री शम्भू पंचायती अटल अखाड़ा छावनी के बाहर त्रिवेणी मार्ग पर धूनी जमाए हुए हैं।

श्री शम्भू पंचायती अटल अखाड़ा के नागा बाबा प्रमोद गिरी महाराज राजस्थान के गंगापुर जनपद में स्थित नया गांव के नंगेश्वर बाबा की धूनी दिवान का बाग कैमला झोपड़ी बाढ़ रॉयल में रहते हैं। महाकुम्भ के ऐसे पावन अवसर पर वह संगम की रेती पर हठयोग के माध्यम से ईश्वर प्राप्ति के लिए साधना कर रहें हैं।

नागा बाबा प्रमोद गिरी महाराज ने बताया कि प्रतिदिन भोर में भक्त 51 घड़ों में पतित पावनी मां गंगा के पवित्र जल ले आते हैं और शिविर के बाहर बने स्नान आसन के घड़े में डालते हैं। उसी के नीचे बैठकर मैं स्नान करता हूं। यह एक कठिन साधना है। यह साधना पूरे माघ मास जारी रहेगी। स्नान करने के बाद धूनी लगाकर पूरे दिन ईश्वर की साधना करते रहते हैं और भक्तों की समस्याओं को सुनते हैं।

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