Mahakumbh : जानिए महाकुंभ में बनेंगे कौनसे चार वर्ल्ड रिकॉर्ड्स

Mahakumbh : तीर्थराज प्रयागराज की धरती जल्द ही न केवल महाकुम्भ के रूप में मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर का साक्षात्कार करने जा रही है, बल्कि संगमनगरी में 4 वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का भी संगम देखने को मिलेगा। सीएम योगी के विजन अनुसार, प्रयागराज में सबसे बड़ी सिंक्रोनाइज्ड स्वीपिंग ड्राइव, सबसे बड़ी ई-व्हीकल्स की परेड, 8 घंटे में सबसे ज्यादा हैंडप्रिंट पेंटिंग बनाने व सबसे बड़ी नदी सफाई अभियान के रिकॉर्ड्स की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है। यह सभी रिकॉर्ड्स गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के मानकों व गाइडलाइंस को ध्यान में रखकर पूरे किए जाएंगे।

ऐसे में, इन रिकॉर्ड्स से जुड़ी प्रक्रियाओं को पालन के लिए योगी सरकार व प्रयागराज मेला प्राधिकरण के समन्वय से एक विशिष्ट टीम का गठन जल्द किया जाएगा। यह विशिष्ट टीम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अधिकारियों के साथ संवाद स्थापित करने के साथ ही सभी मानकों की पूर्ति व निगरानी की प्रक्रिया पूरी करेगी।

बेहद खास होंगे चारों वर्ल्ड रिकॉर्डमहाकुम्भ में योगी सरकार 4 वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित करने जा रही है। ये रिकॉर्ड्स कुछ इस तरह हैंः-

रिकॉर्ड नंबर-1ः पहला रिकॉर्ड सबसे बड़ी सिंक्रोनाइज्ड स्वीपिंग ड्राइव का होगा। इसके अंतर्गत, 15,000 प्रतिभागियों द्वारा एक समन्वित सफाई गतिविधि को पूरा किया जाएगा। इस रिकॉर्ड का महत्व महाकुम्भ मेले के आंतरिक मूल्यों के रूप में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने में निहित है, जो सभा स्थलों की पवित्रता बनाए रखने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी के संदेश को मजबूत करेगा।

रिकॉर्ड नंबर-2ः दूसरे रिकॉर्ड के तौर पर सबसे बड़ी ई-व्हीकल्स की परेड निकाली जाएगी। महाकुम्भ के लिए यह रिकॉर्ड 1000 ई-रिक्शा व ई-व्हीकल्स की सामूहिक परेड के जरिए बनाने का प्रयास किया जाएगा। नए रिकॉर्ड के तौर पर, इस पहल का उद्देश्य टिकाऊ परिवहन समाधानों, कार्बन फुटप्रिंट को कम करने, तीर्थयात्रा के अनुभव में नवाचार दिखाने और अंतिम मील कनेक्टिविटी को उजागर करने के लिए महाकुम्भ की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करना है।

रिकॉर्ड नंबर-3ः आठ घंटे में सबसे ज्यादा हैंडप्रिंट पेंटिंग बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड एक रीअटेंप्ट होगा जिसमें 10,000 प्रतिभागियों के जरिए हाथ के निशान वाली पेंटिंग बनाई जाएगी। यह रिकॉर्ड महाकुम्भ के सुंदरीकरण को उजागर करेगा तथा यह रिकॉर्ड उपस्थित लोगों की विविधता व एकता को भी प्रदर्शित करता है। क्योंकि प्रत्येक हाथ का निशान महाकुम्भ की एकजुटता की भावना को दर्शाता है।

रिकॉर्ड नंबर-4ः सबसे बड़ी नदी सफाई अभियान के अंतर्गत 300 प्रतिभागियों के साथ यह नया रिकॉर्ड कई स्थानों पर नदी सफाई अभियान में स्वयंसेवकों के सबसे बड़े समूह को शामिल करने के एक प्रयास के तौर पर किया जाएगा। इस रिकॉर्ड का उद्देश्य न केवल विश्व रिकॉर्ड हासिल करना होगा, बल्कि पवित्र नदियों के संरक्षण के लिए महाकुम्भ के समर्पण को भी उजागर करेगा, जिसमें पारिस्थितिकी संरक्षण और प्राकृतिक पर्यावरण के साथ आध्यात्मिक सम्बंध के महत्व पर जोर दिया जाएगा।

इन कार्यों को पूरा करेगी विशिष्ट टीम…योगी सरकार व प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाने के लिए जिस विशिष्ट टीम का गठन किया जा रहा है वह इन प्रक्रियाओं को पूरा करेगी।

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम के साथ सम्पर्क और समन्वय स्थापित करना तथा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम के साथ अनुबंध करने में प्रयागराज मेला प्राधिकरण की सहायता करना। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम द्वारा जारी किए गए शॉर्टलिस्ट किए गए रिकॉर्ड श्रेणियों के लिए प्रतिभागियों के प्रदर्शन दिशा निर्देशों की व्याख्या करने में सहायता करना। प्रत्येक रिकॉर्ड प्रयास के लिए प्रतिभागियों की संख्या के सत्यापन के लिए प्रक्रिया तैयार करना। प्रत्येक रिकॉर्ड श्रेणी के लिए कार्यक्रम योजना, कार्य चरण और प्रक्रिया सत्यापन की रूपरेखा तैयार करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) दस्तावेज तैयार करना। एसओपी को अंतिम रूप देने के लिए जीडब्ल्यूआर के साथ समन्वय करना और संपूर्ण एसओपी के वॉकथ्रू के साथ जीडब्ल्यूआर से हस्ताक्षर प्राप्त करना। आयोजन स्थल के लिए लेआउट योजना को अंतिम रूप देने में आयोजकों की सहायता करना। प्रशिक्षण सामग्री विकसित करना और गिनती प्रक्रिया के लिए प्रबंधकों को प्रशिक्षित करना। प्रत्येक रिकॉर्ड श्रेणी के लिए प्रतिभागियों की संख्या का सत्यापन तथा वास्तविक इवेंट से पहले कई मॉक ड्रिल आयोजित करना। इवेंट के बाद के रिकॉर्ड्स के संकलन व रिपोर्ट्स के निर्माण-निर्धारण में भी वह मुख्य भूमिका निभाएंगे।

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