औरंगाबाद. गणतंत्र दिवस के मौके पर आतंकवादी हमले को लेकर चौकस महाराष्ट्र के अपराध निरोधक दस्ते (एटीएस) ने खूंखार आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के साथ संबंध होने के संदेह में मुम्ब्रा और औरंगाबाद से नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। एटीएस ने हालांकि अभीतक अपने इस अभियान की पुष्टि नहीं की है। बताया जा रहा है कि मुंबई एटीएस और औरंगाबाद पुलिस टीम के संयुक्त अभियान के दौरान औरंगाबाद से चार और मुम्ब्रा से पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। इन लोगों से एटीएस टीम मंगलवार देर रात तक पूछताछ करती रही। एटीएस टीम को खुफिया जानकारी मिली थी कि मुम्ब्रा और औरंगाबाद में आतंकवादियों के स्लीपर सेल सक्रिय हैं।
पकड़े गए नौ लोगों में से एक नाबालिग
एटीएस ने कहा, ‘‘इन लोगों ने आईएस से प्रभावित होकर एक आतंकवादी समूह बना लिया था और ये विभिन्न स्थानों पर हमले करने की योजना बना रहे थे।’ उन्होंने विस्तार से जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा, ‘‘समूह के किसी आतंकवादी गतिविधि को अंजाम दे पाने से पहले ही महाराष्ट्र एटीएस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। यह समूह आतंकवादी हमले करने के लिए विस्फोटक सामग्री जुटा रहा था।’ अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए नौ लोगों में से एक नाबालिग हैं।
कई सप्ताह से नौ लोगों पर नजर रख रही थी एटीएस
अधिकारी ने बताया कि सटीक सूचना के आधार पर एटीएस ने कई सप्ताह तक नौ लोगों पर नजर रखी और उनके बारे में संबंधित सूचनाएं जुटाई। ठाणे के मुंब्रा शहर में अमृत नगर, कौसा, मोती बाग और अलमास कॉलोनी इलाकों और औरंगाबाद की कैसर कॉलोनी, राहत कॉलोनी और दमडी महल इलाकों में सोमवार को देर रात और मंगलवार को तड़के छापे मारने के बाद गिरफ्तारियां की गईं।
संदिग्ध वस्तुएं बरामद
अधिकारी ने बताया कि तलाशी के दौरान एटीएस के अधिकारियों ने समूह से कुछ रसायन, तेजाब की बोतलें, धारदार चाकू, मोबाइल फोन, हार्ड डिस्क और कुछ सिम कार्ड बरामद किए। उन्होंने बताया कि आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120 (बी) (आपराधिक षडयंत्र) और गैरकानूनी गतिविधि निरोधक कानून और बॉम्बे पुलिस कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इनकी हुई गिरफ्तारी
पीएफआई की औरंगाबाद शाखा से जुड़े मोहम्मद मजहर शेख, मोहसीन खान, फहाद शाह और तकी को मुंब्रा से पकड़ा गया। वहीं, औरंगाबाद से मोहम्मद मोहसिन, सिराज खान, सिराजुल्लाह खान, उसके 2 सालों सरफराज और मोहम्मद तकीउल्लाह को गिरफ्तारी हुई।
पहले उत्तर प्रदेश-दिल्ली में हुई थी ऐसी गिरफ्तारियां
गौरतलब है कि बीते साल इसी प्रकार का मामला उत्तर भारत में भी आया था। जब उत्तर प्रदेश एटीएस ने दिल्ली पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाते हुए दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में छापेमारी की थी। तब भी एटीएस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था और उनपर ISIS मॉड्यूल पर आधारित एक संगठन को चलाने की बात कही थी। दिसंबर, 2018 में NIA और यूपी एटीएस ने अमरोहा, मेरठ, जाफराबाद जैसे इलाकों में छापेमारी की थी। यहां से बम, बंदूक और बम बनाने की सामग्री भी बरामद हुई थी। हालांकि, ये मसला भी अभी कोर्ट में चल रहा है।