838 घर क्षतिग्रस्त, 5,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया गया
मुंबई। महाराष्ट्र में हो रही मूसलाधार बारिश से अब तक 76 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से नौ लोगों की मौत पिछले 24 घंटों में हुई है। भारी बारिश ने राज्य में 838 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है, वहीं 5,000 से अधिक लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित निकाला गया है।
मूसलाधार बारिश से मराठवाड़ा और विदर्भ के कम से कम 130 गांव प्रभावित हुए हैं। इनमें से गढ़चिरौली के 128 गांवों का संपर्क टूट गया है। मौसम विभाग ने राज्य के मुंबई, ठाणे, पालघर, कोंकण तथा नासिक,पुणे, अहमदनगर आदि जिलों में 13 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी दी है।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में जून महीने में बहुत कम बारिश दर्ज की गई थी, जबकि जुलाई महीने में राज्य के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है। बारिश ने अब तक राज्य में 838 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 5,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।
बाढ़ पीड़ितों के लिए राज्य में 35 जगहों पर राहत शिविर बनाए गए हैं। इसके अलावा करीब 125 जानवर भी बारिश से प्रभावित हुए हैं। मूसलाधार बारिश से मराठवाड़ा और विदर्भ के कम से कम 130 गांव प्रभावित हुए हैं। यहां 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
बारिश के कारण गढ़चिरौली के 128 गांवों का संपर्क टूट गया है। गढ़चिरौली में पानी के तेज बहाव में एक ट्रक के बह जाने के बाद तीन लोगों के शव बरामद किए गए। साथ ही राज्य के अन्य इलाकों में बारिश की वजह 6 अन्य लोगों की मौत हुई है। गढ़चिरौली के अलावा, मराठवाड़ा के हिंगोली और नांदेड़ जिलों में भी मूसलाधार बारिश हुई है।
हिंगोली जिले के वासमत तालुका में बीते 24 घंटों में 150 मिमी बारिश हुई। आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि हिंगोली जिले के दो गांवों और पड़ोसी नांदेड़ जिले के हाडगांव में आसन नदी के किनारे रहने वाले ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।
भारतीय मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में मुंबई समेत राज्य के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी है। मुंबई में रेड अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही महाराष्ट्र में 13 जुलाई तक मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है। इस दौरान लोगों को सिर्फ आवश्यक काम के लिये ही घर से निकलने और मछुआरों को समुद्र में न जाने की अपील की है।