
दिल्ली ब्लास्ट केस में गुरुवार रात सुरक्षा बलों ने पुलवामा में आतंकी डॉ. उमर नबी के घर को IED ब्लास्ट से उड़ा दिया। गुरुवार को ही DNA मैचिंग के बाद इस बात की पुष्टि हुई थी कि ब्लास्ट वाली कार डॉ. उमर ही चला रहा था।
गुरुवार को ही खुफिया एजेंसियों ने खुलासा किया है अब तक गिरफ्तार 8 आतंकियों ने बताया है कि वे 6 दिसंबर यानी बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की बरसी के दिन दिल्ली समेत देशभर में कई जगह धमाके करना चाहते थे।
इसके लिए उन्होंने 32 कारों का इंतजाम किया था। इनमें बम और विस्फोटक भरकर धमाके किए जाने थे। i20, इको स्पोर्ट, ब्रेजा कार उसी साजिश का हिस्सा हैं।
10 नवंबर को हुए दिल्ली ब्लास्ट में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 लोग घायल हैं, जिनमें से तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है।
ब्लास्ट से जुड़ी दूसरी गाड़ी की जांच जारी, इसमें विस्फोटक के सबूत मिले

लाल इको स्पोर्ट कार बुधवार शाम को फरीदाबाद के खंदावली गांव के पास खड़ी मिली थी।
पुलिस ने आशंका जताई थी कि दिल्ली धमाके में शामिल आतंकियों के पास एक नहीं, बल्कि दो कारें थीं। बुधवार को इसकी तलाश के लिए दिल्ली के साथ पड़ोसी राज्यों यूपी और हरियाणा में अलर्ट जारी किया गया था। इसके बाद हरियाणा के खंदावली गांव में लावारिस गाड़ी की खबर सामने आई। फिलहाल गाड़ी की जांच जारी है।
जांच एजेसिंयों ने गुरुवार को भी फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी के कैंपस से ब्रेजा कार बरामद की। यह कार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग की सरगना डॉ. शाहीन सईद के नाम रजिस्टर है। लखनऊ की शाहीन दिल्ली ब्लास्ट में आरोपी है।
ब्रेजा शाहीन की दूसरी कार है, जिसे यूनिवर्सिटी के फ्लैट नंबर 32 के पते पर सितंबर 2025 में खरीदा था। उसकी पहली कार स्विफ्ट में 8 नवंबर को हथियार मिले थे।
डॉ. मुजम्मिल ने नूंह से खरीदा अमोनियम नाइट्रेट, विक्रेता ने बिना लाइसेंस बेचा
दिल्ली में हुए ब्लास्ट का कनेक्शन अब हरियाणा के नूंह (मेवात) जिले के पिनगवां क्षेत्र से जुड़ गया है। विस्फोट से जुड़े केस की जांच कर रही दिल्ली की एजेंसी ने खाद विक्रेता दिनेश सिंगला उर्फ डब्बू को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। दिनेश के घर पर जब छापा मारा गया तब वह सो रहा था।
आरोप है कि डब्बू ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टर मुजम्मिल शकील को बिना रिकॉर्ड अमोनियम नाइट्रेट उपलब्ध करवाया। जबकि उसके पास अमोनियम नाइट्रेट रखने का लाइसेंस नहीं था। बताया गया कि यही अमोनियम नाइट्रेट विस्फोट तैयार करने में इस्तेमाल हुआ।
सिद्दीकी ने रसूख का फायदा उठाकर बनाई यूनिवर्सिटी, पत्नी-बेटी, भाई ट्रस्टी

दिल्ली ब्लास्ट में फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी का कनेक्शन सामने आने के बाद अब इसके फाउंडर जावेद अहमद सिद्दीकी भी जांच एजेंसियों के रडार पर आ गए हैं। जांच एजेंसियों की तरफ से खुलासा किया गया है कि यूनिवर्सिटी को संचालित करने वाली चैरिटेबल ट्रस्ट में सिद्दकी ने अपनी वाइफ, बेटी और भाइयों को ट्रस्टी बना रखा है। साथ ही दुबई में रहने वाली एक रिश्तेदार भी ट्रस्टी है।
पुलिस को चौथी कार की तलाश, धमाकों की तैयारी में इस्तेमाल हुई
दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए धमाके के बाद पुलिस और जांच एजेंसियों को अब तक लाल इको स्पोर्ट्स और ब्रेजा कार बरामद हो चुकी हैं, जबकि आई-20 के विस्फोट में परखच्चे उड़ गए थे। अब चौथी गाड़ी स्विफ्ट डिजायर की तलाश है। बताया जा रहा है कि यह कार इस आतंकी मॉड्यूल की सदस्य डॉ. शाहीन शाहिद की थी, जिसे अक्सर डॉ. मुजम्मिल शकील इस्तेमाल करता था।















