लाल किला धमाका केस में बड़ा खुलासा: डॉक्टरों समेत इतने लोग थे शामिल, हर एक की भूमिका सामने आई

नई दिल्ली:  दिल्ली लाल किला ब्लास्ट केस में 20 किरदार सामने आए हैं. इसमें आतंकी डॉक्टरों की फौज और उनके मददगार स्लीपर सेल मॉड्यूल के संदिग्ध शामिल हैं. डॉक्टरों का ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंक की राह में लाने वाले दो मौलवी भी जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद पुलिस के शिकंजे में आ गए हैं. इंडिया गेट, लाल किला, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह जैसे बड़े टारगेट इन आतंकियों ने चुने थे. दावा है कि वो 26/11 से भी बड़ा हमला करने की फिराक में थे, लेकिन जैश ए मोहम्मद की साजिश बेनकाब हो गई. जैश ए मोहम्मद के इस नए मॉड्यूल में अब तक करीब 21 लोग गिरफ्तार या हिरासत में हैं. फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉ. आदिल अहमद, डॉ. मुजम्मिल और डॉ. शाहीन की गिरफ्तारी हो चुकी है. जबकि उनका चौथा साथी डॉक्टर उमर मोहम्मद, जिसे लाल किला बम ब्लास्ट का संदिग्ध हमलावर बताया जा रहा है,

10 गिरफ्तार, 9 हिरासत में, एक फरार

  • पांच गिरफ्तारी जम्मू-कश्मीर से हुई, जिनके नाम आरिफ, यासिर, मकसूद, इरफान और जमीर हैं.
  • सहारनपुर से अनंतनाग के डॉ. आदिल अहमद की 26 अक्टूबर को गिरफ्तारी
  • फरीदाबाद से डॉ. मुजम्मिल शकील अहमद और डॉक्टर शाहीन शाहिद की गिरफ्तारी
  • लखनऊ से डॉ. शाहीन के भाई डॉ. परवेज की गिरफ्तारी
  • आतंकी डॉक्टरों के मॉड्यूल में शामिल डॉ. सज्जाद की भी गिरफ्तारी जम्मू-कश्मीर से की गई
  • अल फलाह यूनिवर्सिटी की लैब के 4 कर्मी भी हिरासत में लिए गए
  • कश्मीर से 3 हैंडलर तारिक, उमर व आमिर हिरासत में, फरीदाबाद सेक्टर 56 से एक और डिटेन
  • डॉक्टरों के आतंकी मॉड्यूल में शामिल डॉ. उमर मोहम्मद ही शायद कार सवार हमलावर था
  • हापुड़ से डॉक्टर फारूक हिरासत में, मेडिकल कॉलेज में है असिस्टेंट प्रोफेसर

डॉक्टरों का ब्रेनवॉश करने वाला इमाम इरफान

इमाम इरफान अहमद जम्मू-कश्मीर पुलिस की गिरफ्त में है. उसने ही फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल में शामिल अल फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों का ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंक की राह पर धकेला. उसे ही इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. इन डॉक्टरों को कट्टरपंथी विचारधारा की ओर मोड़ा. ये इमाम इरफान शोपियां जिले का रहने वाला है. कश्मीर के बोनपुर इलाके में जैश ए मोहम्मद के पोस्टर इसी ने लगवाए थे. खुफिया सूत्रों का कहना है कि मौलवी इरफान अहमद ने इन डॉक्टरों की आतंकी फौज तैयार की. इरफान श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में काम करता था, साथ ही नौगाम की एक मस्जिद में इमाम था. दावा है कि इरफान जैश ए मोहम्मद की शह पर इन मेडिकल छात्रों को इस खतरनाक साजिश से जुड़ने के लिए तैयार किया. डॉ. मुजम्मिल शकील और डॉ. मोहम्मद उमर को उसने मिशन से जोड़ा.

हापुड़ का असिस्टेंट प्रोफेसर हिरासत में 

हापुड़ के सरकारी मेडिकल कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर फारूक को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है. मेडिकल कालेज के प्रसूति विभाग में वो तैनात है. जम्मू का डॉक्टर फारूक एक साल से कैंपस में था. हरियाणा के फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से वो एमबीबीएस एमडी कर चुका है

एक और डॉक्टर जहूर भी शिकंजे में

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दिल्ली बम ब्लास्ट के संदिग्ध हमलावर डॉ. उमर नबी के दोस्त डॉ. जहूर को हिरासत में लिया गया है. इससे डॉक्टरों के आतंकी मॉड्यूल की कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है. डॉक्टरों के इस आतंकी मॉड्यूल में एक और डॉक्टर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. 

डॉ. सज्जाद भी पकड़ा गया

दिल्ली ब्लास्ट केस में शामिल डॉक्टरों के आतंकी मॉड्यूल के संपर्क में रहने वाला डॉ. सज्जाद को भी पकड़ा गया है. सज्जाद की गिरफ्तारी के दो दिन पहले ही शादी हुई थी. वो डॉ. उमर और मुजम्मिल के संपर्क में था.

अल फलाह यूनिवर्सिटी का डॉ. निसार भी घेरे में

अल फलाह यूनिवर्सिटी के कैंपस में के एक और डॉक्टर से पूछताछ हो रही है. ये MBBS की स्टूडेंट है और डा. निसार की बेटी है. डॉ. निसार 2023 तक कश्मीर में था और उसे बर्खास्त किया गया था. निसार अलफलाह यूनिवर्सिटी में मेडिसिन डिपार्टमेंट के यूनिट 2 में रेजीडेंट डॉक्टर था. निसार दिल्ली बम ब्लास्ट के बाद से ही फरार है.

अंसार गजावत उल हिंद का खास यासिर

जम्मू-कश्मीर में सक्रिय अंसार गजावत उल हिंद का खास यासिर भी गिरफ्तार हुआ है. कहा जा रहा है कि यासिर ने ही डॉक्टर आदिल मोहम्मद राठर, डॉ. मुजम्मिल और उमर का ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंकी मॉड्यूल में शामिल होने के लिए तैयार किया. 

डॉ. परवेज अंसारी हिरासत में

फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में डॉ. मुजम्मिल की मददगार और जैश ए मोहम्मद की महिला विंग की कमान संभाल रही डॉ. शाहीन के भाई डॉ. परवेज अंसारी को भी हिरासत में लिया गया है. वो डॉ शाहीन का सगा छोटा भाई है. डॉ शाहीन लगातार अपने भाई डॉक्टर परवेज के संपर्क में थी.

डॉ. उमर मोहम्मद ने किया था हमला?

दिल्ली ब्लास्ट में कार सवार हमलावर डॉ. उमर मोहम्मद बताया जा रहा है. फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में उमर पढ़ाता था. उमर ही वो संदिग्ध हमलावर था, जिसने लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास कार रोकने के बाद धमाका किया. पुलवामा का रहने वाले उमर नबी मुजम्मिल के साथ तुर्की भी गया था. उमर भी अल फलाह (Al Falah University) फरीदाबाद में पढ़ाता था. उमर ने एमडी मेडिसिन किया था. श्रीनगर और अनंतनाग में सीनियर रेजिडेंट रहा उमर फिर फरीदाबाद शिफ्ट हो गया. 

डॉ. आदिल अनंतनाग का डॉक्टर

आदिल अनंतनाग का सीनियर डॉक्टर है. आदिल ने 19 अक्टूबर को श्रीनगर में जैश के पोस्टर लगाए थे. धमाके का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. सहारनपुर से 6 नवंबर को उसकी गिरफ्तारी हुई थी. अनंतनाग में उसके यहां से राइफल मिली थी. उसी ने मुजम्मिल का सुराग दिया था.

डॉक्टर शाहीन थी महिला विंग की कमांडर

फरीदाबाद से डॉक्टर शाहीन को जैश ए मोहम्मद की भारत में महिला विंग और भर्ती करने का जिम्मा सौंपा गया था. जमात उल मोमिनात महिला विंग है. जैश के सरगना मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर ने उसे ये जिम्मेदारी सौंपी थी. सादिया का पति यूसुफ अजहर कंधार विमान अपहरण कांड में एक मास्टरमाइंड था.

डॉ. मुजम्मिल शकील कौन है

आदिल की निशानदेही पर डॉ. मुजम्मिल को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा की पुलिस टीम ने पकड़ा. फरीदाबाद के धौज इलाके में उसके कमरे से 360 किलो विस्फोटक, रायफलें और टाइमर वगैरा मिला था. फतेहाबाद तंग गांव में उसके एक और ठिकाने से 2550 किलो के करीब विस्फोटक (अमोनियम नाइट्रेट) का जखीरा मिला था. पुलवामा का मुजम्मिल फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था.

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