इंडियन आर्मी में तैनात मेजर संकल्प यादव की शादी के लिए परिजन लड़कियां देख रहे थे। 29 मार्च को उनका जन्मदिन था, लेकिन इस बीच जम्मू-कश्मीर में उनके शहीद होने की खबर आ गई। वह रुटीन मिशन पर फॉरवर्ड पोस्ट से बीमार जवान को लेने शुक्रवार दोपहर भारतीय सेना के चीता हेलिकॉप्टर से गए थे। मौसम खराब होने के कारण चॉपर क्रैश हो गया। बांदीपोरा जिले के गुरेज के बरौब क्षेत्र की खाई में बर्फ के बीच हेलिकॉप्टर का मलबा मिला। हादसे में को-पायलट मेजर संकल्प के साथ पायलट भी घायल हो गया था। उधमपुर के कमांड हॉस्पिटल में मेजर संकल्प ने दम तोड़ दिया।
जयपुर के नंदपुरी सोडाला निवासी संकल्प यादव (29) पुत्र सुरेंद्र यादव साल 2015 में सेना में शामिल हुए थे। आर्मी के एविएशन विंग में मेजर के पद पर तैनात संकल्प 15 जनवरी को जयपुर आए थे। एक महीने छुट्टी बिताने के बाद 15 फरवरी को ही वापस ड्यूटी पर लौटे थे।
संकल्प के घर में पिता सुरेंद्र कुमार यादव, मां ऊषा, बड़ा भाई रोहिष, भाभी आकांक्षा और भतीजी गौरवी हैं। पिता आरबीआई से रिटायर हैं। मां टीचर और भाई आईटी कंपनी में है। परिवार ने बताया कि 2-3 दिन बाद ही ट्रेनिंग के लिए जाने वाले थे। संकल्प पूरे परिवार में पहले थे जो आर्मी में गए। घरवाले शादी के लिए लड़की भी देख रहे थे।
29 मार्च को जन्मदिन
संकल्प की स्कूलिंग जयपुर के एसएमएस स्कूल और 12वीं कपिल ज्ञानपीठ स्कूल जयपुर से हुई है। मेजर संकल्प का 17 दिन बाद इसी महीने 29 मार्च को जन्मदिन था।
संकल्प यादव के मामा जितेंद्र सिंह यादव ने बताया कि संकल्प बचपन से ही आर्मी में जाना चाहते थे। इसके लिए हमेशा से तैयारी की। वह खुद भी जल्द ही संकल्प से मिलने कश्मीर जाने वाले थे। उससे पहले ही यह मनहूस खबर आ गई।