मुंबई। बैंकों के हजारों करोड़ रुपए के गबन के आरोपी विजय माल्या को शनिवार को उस समय तगड़ा झटका लगा जब मुंबई की धनशोधन निरोधक कानून (पीएमएल) की विशेष अदालत ने उसे भगोड़ा‘आर्थिक अपराधी’घोषित कर दिया।
अदालत के इस फैसले के बाद बैंकों के नौ हजार करोड़ रुपए के कर्जदार माल्या की अब संपत्तियां जब्त की जा सकेंगी।
प्रवर्तन निदेशालय ने विशेष अदालत के समक्ष माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने की याचिका दायर की थी । अदालत के इस निर्णय के बाद माल्या का नाम भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम (एफईओए) के तहत पहले भगोड़े आर्थिक अपराधी के रुप में दर्ज हो गया । माल्या के खिलाफ अब नये आर्थिक अपराध कानून के तहत कार्रवाई होगी। माल्या मार्च 2016 में ब्रिटेन भाग गया था । माल्या पर बैंकों के नौ हजार करोड़ रुपए का आरोप है और वह भारत में वाछित है । गौरतलब है कि पिछले साल 10 दिसंबर को लंदन की वेस्टमिनिस्टर अदालत ने माल्या के प्रत्यर्पण पर भारत के पक्ष में फैसला दिया था और उसे भारत भेजने की इजाजत दे दी थी।
बता दें कि विजय माल्या ने बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को भी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. साथ ही माल्या ने मांग की थी कि कोर्ट उसकी संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई पर भी रोक लगाए. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी याचिका में माल्या को आर्थिक अपराध में भगोड़ा घोषित करने की मांग की थी. साथ ही उसकी संपत्ति जब्त की जाए और नए एफईओ कानून के प्रावधानों के तहत उसे केंद्र के नियंत्रण में लाया जाए. खास बात यह है कि ईडी ने अपने पहले के आवेदन में कहा था कि माल्या का शुरुआत से ही ऋण चुकाने का कोई इरादा नहीं था जबकि उसके और एमएस यूबीएचएल (यूनाइटेड ब्रेवरीज होल्डिंग्स लिमिटेड) के पास पर्याप्त संपत्तियां थीं जो ऋण चुकाने के लिए पर्याप्त थीं, माल्या ने जानबूझकर ऐसा किया है.इसलिए माल्या आर्थिक भगोड़ा अपराधी घोषित किया जाए और उसकी संपत्ति जब्त की जाए.
माल्या के आर्थिक रूप से भगोड़ा घोषित हो जाने के बाद उसकी संपत्ति तुरंत प्रभाव से जब्त की जा सकती है. इसके साथ-साथ आर्थिक भगोड़ा की सूची में वो भी आता है जिसके विरुद्ध सूचीबद्ध अपराधों के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया होता है.यानी की नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पर भी इस कार्रवाई की तलवार चल सकती है. गौरतलब है कि शराब कारोबारी और भारतीय बैंकों से कर्ज लेकर देश छोड़कर भागने वाले विजय माल्या बैंकों के कर्ज चुकता करने को तैयार हैं. विजय माल्या ने ट्वीट कर कहा है था कि वह भारतीय बैकों के सारे कर्ज चुकता करने को तैयार हैं, मगर वह ब्याज नहीं दे सकता है.