कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को श्री नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के समारोह में शामिल नहीं होंगी।
ममता बनर्जीने अपने ट्विटर पर एक पोस्ट डाली है जिसमें लिखा है कि वह प्रधानमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगी। इससे पहले ममता बनर्जी की तरफ से मंगलवार को कहा गया था कि वह शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आज शाम दिल्ली पहुंच जायेंगी। बताते चले ममता ने एक चिट्ठी जारी कर लिखा है कि भाजपा ने इस कार्यक्रम में मृत बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवार वालों को बुलाया है और इसे राजनीतिक हत्या करार दिया है. ममता ने कहा है कि ये राजनीतिक हत्या नहीं है, बल्कि आपसी रंजिशों के मसले हैं।
The oath-taking ceremony is an august occasion to celebrate democracy, not one that should be devalued by any political party pic.twitter.com/Mznq0xN11Q
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) May 29, 2019
जानकारी के लिए बताते चले बता दें 30 मई को होने वाले PM मोदी के शपथग्रहण समारोह के लिए बंगाल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को न्योता दिया गया है। 16 जून 2013 के बाद मारे गए 54 लोगों के परिजनों को निमंत्रण भेजा गया है।
लोकसभा चुनाव के दौरान ही बंगाल में बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं की हत्या हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। चुनाव परिणाम आने के बाद भी बंगाल में हिंसा का दौर जारी है। इस कदम को पश्चिम बंगाल में अपना कद बढ़ाने की कोशिश कर रही बीजेपी का अहम कदम माना जा रहा है।
मोदी गुरुवार शाम राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। ममता ने अपने पत्र में लिखा कि ये बिल्कुल झूठ है, बंगाल में कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई है। ये हत्याएं आपसी रंजिश, पारिवारिक लड़ाई और अन्य मसलों की वजह से हुई है। इनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, ऐसा कोई रिकॉर्ड भी नहीं है।
उन्होंने लिखा कि सॉरी नरेंद्र मोदी जी, इसी वजह से मैं आपके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो पाउंगी. ये समारोह लोकतंत्र का जश्न मनाने वाला था, लेकिन किसी एक राजनीतिक दल को नीचा दिखाने वाला नहीं है. कृप्या मुझे क्षमा करें।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार को शाम सात बजे राष्ट्रपति भवन में मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। लोकसभा चुनाव में एक-दूसरे पर तीखे हमले के बाद विपक्षी नेताओं को न्योते को मोदी की ओर से उन तक पहुंचने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। चुनाव में भाजपा ने जबर्दस्त जीत दर्ज की। सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है।