मथुरा )। संसद में गुरुवार को ब्रजवासियों पर बंदरों के हमले का मामला मथुरा की सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री हेमामालिनी ने उठाया। उन्होंने ब्रजवासियों की परेशानी का हाल बताते हुए बंदरों से निजात दिलाने की मांग की है। उन्होंने बंदरों में हो रही बीमारी पर भी चिंता जताई।
सांसद हेमा मालिनी ने गुरुवार को शून्यकाल के दौरान बंदरों से परेशान ब्रजवासियों की समस्या लोकसभा में उठाकर इसके निराकरण की मांग की। सांसद ने कहा कि मथुरा वृंदावन के हालात बंदरों की वजह से बहुत खतरनाक हो गए हैं। बंदरों की वजह से यहां कई लोगों की मौत हो चुकी है। हजारों को काट चुके हैं। इस समस्या का शीघ्र निराकरण कराया जाए। उन्होंने कहा कि मथुरा में बंदरों के लिए ‘मंकी सफारी’ बनाई जाए ताकि बंदरों को खाने के लिए प्राकृतिक फल मिल सके। हेमा मालिनी ने कहा कि बंदर समोसा खाना और फ्रूटी पीना सीख गए हैं, उन्हें अब फल पसंद नहीं आ रहे हैं, जो अच्छी बात नहीं है। बंदरों को फल, चना जैसे आहार अच्छे लगते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं मिल पा रहा है।
एलजीपी सांसद चिराग पासवान और टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने भी हेमा का साथ दिया। सुदीप बंधोपाध्याय वृंदावन में रामकिशन मिशन सेवाश्रम से है। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा किया। इन्होंने तो यहां तक कह दिया कि बंदर चश्मे को खाने पीने का सामान ले जाते हैं। सांसद चिराग पासवान ने दिल्ली के लुटियन जोन में बंदरों के आतंक को संसद में उठाया और निराकरण की मांग की।
पत्रकारों हुई बातचीत में सांसद हेमा ने कहा कि लेकिन फ्रूटी, समोसा खाने से बंदरों में बीमारियां बढ़ रही हैं जिससे परेशान होकर बंदर इंसानों पर हमले कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्री बंदरों को तली हुई चीजें खिलाते हैं, जिससे उनकी सेहत बिगड़ जाती है।